logo-image

By Election : भांडेर विधानसभा का उपचुनाव बना सूबे का सियासी केंद्र

बीजेपी भांडेर विधानसभा सीट पर दोबरा वापसी करना चाह रही है, तो कांग्रेस अपनी सीट को बचाना जा रही है. जिसको लेकर जमकर सियासी रणनीति बनाई जा रही है, ताकि दोनों पार्टियां अपने वर्चस्व को कायम रख सकें.

Updated on: 21 Oct 2020, 10:10 AM

भांडेर:

भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच भांडेर विधानसभा सीट लेकर जबरदस्त सियासी लड़ाई चल रही है. भांडेर विधानसभा उपचुनाव के केंद्र बिंदु में आ गया है. साथ ही प्रदेश की राजनीति में इस सीट की खूब चर्चा हो रही है. दरअसल, भांडेर विधानसभा परंपरागत रुप से बीजेपी की सीट रही है, लेकिन पिछली बार कांग्रेस की रक्षा सिरोनिया ने लगभग 40 हजार वोट के अंतर से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रजनी प्रजापति को हराया था. वहीं, कांग्रेस से बगावत कर रक्षा सिरोनिया बीजेपी में शामिल हो गई. जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. 

यह भी पढ़ें : By Election : सांवेर विधानसभा सीट पर पहली बार हो रहा है उपचुनाव, जानें इतिहास

बीजेपी भांडेर विधानसभा सीट पर दोबरा वापसी करना चाह रही है, तो कांग्रेस अपनी सीट को बचाना जा रही है. जिसको लेकर जमकर सियासी रणनीति बनाई जा रही है, ताकि दोनों पार्टियां अपने वर्चस्व को कायम रख सकें. भांडेर विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2018 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. इस बार भांडेर विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है. भांडेर विधानसभा सीट दतिया जिले में आती है. 

यह भी पढ़ें : By Election : ग्वालियर पूर्व सीट पर सिंधिया की दांव पर प्रतिष्ठा, जानें क्या है समीकरण

जातिगत समीकरण 
भांडेर विधानसभा क्षेत्र में जातिगत आंकड़े चुनाव में महत्वपूर्ण होते हैं. विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति का वोट 30.3 प्रतिशत, यादव 16.50 प्रतिशत, दांगी 15.10 प्रतिशत, ठाकुर, क्षत्रिय 4 प्रतिशत, मुस्लिम और ब्राह्मण 9.50 प्रतिशत अन्य समाज के 16 से 20 प्रतिशत मतदाता हैं.