logo-image

जबलपुर में कांग्रेस कार्यालय पर बजरंग दल का हमला, कार्यकर्ताओं ने इस वजह से किया प्रदर्शन

जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस ऑफिस के बाहर धरना-प्रदर्शन कर पार्टी दफ्तर में तोड़फोड़ की और जमकर नारेबाजी की

Updated on: 04 May 2023, 05:24 PM

highlights

  • कांग्रेस ने बजरंग दल पर बैन का किया ऐलान
  • बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया विरोध
  • कांग्रेस ने बैन पर दी सफाई

नई दिल्ली:

Bajrang Dal attack on Congress office in Jabalpur: मध्य प्रदेश में बजरंग दल ने कांग्रेस ऑफिस पर हमला कर दिया. जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस ऑफिस के बाहर धरना-प्रदर्शन कर पार्टी दफ्तर में तोड़फोड़ की और जमकर नारेबाजी की. बजरंग दल कार्यकर्ताओं का यह विरोध प्रदर्शन कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने के बाद किया गया है. कांग्रेस के वादे के बाद बजरंग दल समेत हिंदूवादी संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया. देश के अलग-अलग हिस्सों में बजरंग दल के कार्यकर्ता कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बजरंग दल कांग्रेस से माफी मांगने की भी मांग कर रहा है. 

कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन लगाने का वादा

बता दें कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की घोषणा पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा किया गया है. इसके बाद बीजेपी ने भी मोर्चा खोल दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के इस वादे पर तीखा हमला बोला था. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बजरंगबली को कैद करने और उनके खिलाफ फैसला लेने का वादा किया था.  

यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh: STF की मुठभेड़ में पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर अनिल दुजाना ढेर

बजरंग दल बैन पर कांग्रेस की सफाई

बता दें कि बजरंग दल पर बैन को लेकर घिरी कांग्रेस ने सफाई दी है. एम वीरप्पा मोइली ने बताया कि  बजरंग दल पर बैन को लेकर को खबरें चल रही है और फैलाई जा रही है वह गलत है. कांग्रेस ने ऐसा कुछ नहीं कहा है. उन्होंने आगे कहा कि हमने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है. पार्टी ने इतना जरूर कहा है कि पीएफआई, बजरंग दल जैसे संगठन समाज में शांति भंग करते हैं. इससे समाज को दिक्कत पैदा होती है. कांग्रेस नेता मोइली ने कहा कि मैं कर्नाटक में कानून मंत्री था. राज्य सरकार ऐसा नहीं कर सकती. डीके शिवकुमार इसके बारे में विस्तार से बात रखेंगे. हमारे सामने ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं था और न और ना है. बीजेपी चुनाव में इस तरह के मुद्दे उठाकर जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है.