मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी में मुख्यमंत्री आवास पर हुए संवाददाता सम्मेलन में शामिल हुए एक पत्रकार के कोरोना वायरस पॉजिटिव होने की पुष्टि के बाद प्रशासन ने उन पत्रकारों के घरों पर पर्चियां चस्पा करने की कवायद शुरू कर दी है, जो मुख्यमंत्री आवास में हुए संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे. इस बात को लेकर विवाद की स्थिति बन रही है, पत्रकारों में खासी नाराजगी है और वे सवाल कर रहे है कि, उन नेताओं और अफसरों के घर यह पर्ची क्यों नहीं लगाई जा रही जो उस वक्त मुख्यमंत्री आवास पर मौजूद थे. राजधानी भोपाल (Bhopal) में शुक्रवार को कई स्थानों पर कर्मचारियों का दस्ता उन पत्रकारों के घरों पर जा धमका जो मुख्यमंत्री आवास पर हुए संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे. इस बात को लेकर कई पत्रकारों की दस्ते में शामिल लोगों से बहस भी हुई, कई स्थानों पर तनाव भी बढ़ा. ऐसा इसलिए क्योंकि उन सभी पत्रकारों ने सतर्कता बरतते हुए अपने केा सेल्फ क्वारंटाइन (खुद से एकांतवास) कर रखा है. कोई कहीं आ जा नहीं रहा है.
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पत्रकारों का कहना है कि, वे लगातार प्रशासन और सरकार से इस बात की मांग कर रहे हैं कि, उनकी जांच कराई जाए. एक तरफ जांच नहीं हो रही, वहीं दूसरी ओर एक साथ कई-कई कर्मचारियों को भेजकर पैनिक किया जा रहा है. वहीं सवाल पूछा जा रहा है कि, जो अधिकारी और नेता उस संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे, क्या वे सेल्फ क्वारंटाइन (खुद से एकांतवास) में हैं अथवा उनके आवास पर भी यह पर्ची चस्पा की जाए.
कई पत्रकारों ने प्रशासन के अधिकारियों से बात की तो उन्हें यही जवाब मिला कि, इस तरह का कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है, सवाल है कि, अगर प्रशासन ने निर्देश नहीं दिए तो यह कार्रवाई शुरु कैसे हुई. इससे पहले जिलाधिकारी तरुण पिथोड़े लगातार पत्रकारों से यही कहते रहे हैं कि, घबराएं नहीं, खुद को सेल्फ क्वारंटाइन में रखें, किसी पत्रकार को तकलीफ हो तो स्वास्थ्य अमले से संपर्क करे. इसी बीच घरों के बाहर पर्ची चस्पा करने की शुरु हुई कार्रवाई ने पत्रकारों में आक्रोश भर दिया है.
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राजधानी के सोशल मीडिया पर पत्रकारों के घरों पर एक साथ कई कर्मचारियों, चिकित्सकों के पहुंचने के वीडियो वायरल हो रहे हैं, विवाद हो रहा है, और स्थिति तनाव पूर्ण बन रही है. गौरतलब है कि, 20 मार्च को राजधानी में मुख्यमंत्री आवास पर संवाददाता सम्मेलन में पहुंचे एक पत्रकार की अमेरिका से लौटी बेटी के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई और फिर पत्रकार भी कोरोना पजिटिव पाया गया. इस संवाददाता सम्मेलन में बड़ी संख्या में पत्रकार, नेता, विधायक, मंत्री व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे.
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