मध्यप्रदेश के पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कोरोना वायरस के इंदौर में बढ़ते मरीजों की संख्या और मौत के आंकड़ों पर चिंता जताई है. साथ ही मांग की है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपना मुख्यालय भोपाल नहीं इंदौर को बनाएं, ताकि वहां के हालात पर काबू पाया जा सके. मीडिया विभाग के अध्यक्ष पटवारी ने सोमवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "इंदौर के अन्य क्षेत्रों में 21 प्रतिशत की दर से मरीज बढ़ रहे हैं, आठ हजार से ज्यादा नमूनों की जांच लंबित है, पीपीई किट आदि खत्म हो गई है. वर्तमान में इंदौर की स्थिति चीन के वुहान से भी बदतर हो गई है, इस बात के संकेत मिल रहे हैं. इसलिए जरूरी हो गया है कि मुख्यमंत्री चौहान इंदौर में कैंप करें."
पटवारी ने आगे कहा, "उनकी ओर से लगातार यह मांग की जा रही है कि मुख्यमंत्री इंदौर को अपना हेडक्वार्टर बनाएं, मगर उसकी हंसी उड़ाई गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय दल इंदौर भेजने की मांग की थी. टीम तो भेजी गई, मगर उसने वही देखा जो प्रशासन ने उसे दिखाया. इंदौर में संसाधन उपलब्ध कराने की जरूरत थी, मगर टीम भी इसमें अक्षम रहीं."
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पटवारी ने आरोप लगाया कि "मुख्यमंत्री चौहान जनसंपर्क और विज्ञापन के माध्यम से अपनी व्यस्तता प्रचारित करते हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि इस तरह की व्यस्तता से कोरोना की जंग नहीं जीती जा सकती. आज जरूरत इस बात की है कि इंदौर में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट हों, जिनकी जांच हो गई है, उनकी रिपोर्ट समय से आएं. इस लड़ाई को तभी जीता जा सकता है. मैं एक बार फिर चौहान से मांग करता हूं कि वे अपना हेडक्वार्टर इंदौर में बनाएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा टेस्ट हो और उनकी रिपोर्ट समय से आएं."
कोरोना की रोकथाम के लिए किए देशव्यापी लॉकडाउन का पालन किए जाने की अपील करते हुए पटवारी ने कहा कि सरकार को मध्यम वर्गीय परिवारों की जरूरतों का भी ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इंदौर में बड़ी संख्या में ऐसे परिवार है जिनका राशन खत्म हो रहा है.
पटवारी ने आईएएनएस से कहा, "प्रदेश में इंदौर और उसके आसपास के इलाकों की स्थिति बहुत खराब है इसलिए मुख्यमंत्री से मुख्यालय इंदौर में बनाने की मांग कर रहा हूं. इंदौर के अलावा उज्जैन, खरगोन व ग्रामीण इलाकों का क्या हाल है, यह किसी से छुपा नहीं है मगर मुख्यमंत्री भोपाल में रहकर अपनी सक्रियता दिखाने में लगे हैं. लिहाजा, मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है कि वे इंदौर और उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना की भयावहता को समझें. इंदौर को अपना मुख्यालय बनाएं."
ज्ञात हो कि राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 2090 हो गई है, जिसमें इंदौर में मरीजों की संख्या 1176 है. वहीं मौत का आंकड़ा 103 तक पहुंच गया है. सिर्फ इंदौर में 57 मौतें हुई हैं.
Source : IANS