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मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां जहरीले कफ सिरप ‘कॉल्ड्रिफ’ के सेवन से एक और बच्ची की मौत हो गई. इस तरह प्रदेश में इस सिरप के कारण मरने वाले बच्चों की संख्या 10 तक पहुंच गई है. मरने वाली बच्ची की पहचान योगिता ठाकरे, निवासी परासिया क्षेत्र के बढ़कुही गांव के रूप में हुई है. वह बीते सप्ताह से नागपुर के अस्पताल में भर्ती थी, जहां किडनी फेल होने से उसकी जान चली गई.
सरकार ने सिरप की बिक्री पर लगाया बैन
इन लगातार हो रही मौतों के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने पूरे मध्य प्रदेश में कॉल्ड्रिफ सिरप की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर लिखा- “छिंदवाड़ा में कॉल्ड्रिफ सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है. इस सिरप की बिक्री को पूरे प्रदेश में बैन कर दिया गया है. सिरप बनाने वाली कंपनी के अन्य उत्पादों पर भी रोक लगाई जा रही है.”
छिंदवाड़ा में Coldrif सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। इस सिरप की बिक्री को पूरे मध्यप्रदेश में बैन कर दिया है। सिरप को बनाने वाली कंपनी के अन्य प्रोडक्ट की बिक्री पर भी बैन लगाया जा रहा है।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) October 4, 2025
सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है, इसलिए घटना के संज्ञान में…
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सिरप कांचीपुरम (तमिलनाडु) की एक फैक्ट्री में तैयार किया गया था. घटना के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने तमिलनाडु सरकार से जांच रिपोर्ट मांगी, जो अब प्राप्त हो चुकी है. रिपोर्ट में सिरप में जहरीले तत्व पाए जाने की पुष्टि हुई है, जिसके आधार पर सरकार ने कड़ा एक्शन लिया है.
10 मासूमों की मौत से मचा हड़कंप
जानकारी के अनुसार, 4 सितंबर से 4 अक्टूबर 2025 के बीच छिंदवाड़ा जिले में 10 बच्चों की मौत इसी जहरीले कफ सिरप के सेवन से हुई है. यह घटना पूरे प्रदेश और देश में चिंता और आक्रोश का विषय बन गई है.
स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल स्टोर्स से कॉल्ड्रिफ सिरप हटाने के निर्देश जारी किए हैं. साथ ही, राज्य स्तर पर जांच टीम गठित की गई है जो मामले की पूरी सच्चाई सामने लाने में जुटी है.
माता-पिता का दर्द और बड़ा सवाल
मृत बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि इतनी खतरनाक दवा की पहचान और बिक्री पर रोक इतनी देर से क्यों लगी. अब सरकार ने साफ कहा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और जल्द कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
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