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Kuno National Park: 24 घंटों के अंदर चीतों ने कर लिया पहला शिकार

Cheetahs hunt their first prey in India: अफ्रीकी देश नामीबिया से भारत आए खास मेहमानों (African cheetah) के 51 दिन का आतिथ्य पूरा हो चुका है. क्वारंटीन पीरियड पूरा करने के बाद दो चीतों को रविवार को बड़े पिंजरों से आजाद कर दिया गया और बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया. बड़े बाड़े में आने के...

Cheetahs hunt their first prey in India: अफ्रीकी देश नामीबिया से भारत आए खास मेहमानों (African cheetah) के 51 दिन का आतिथ्य पूरा हो चुका है. क्वारंटीन पीरियड पूरा करने के बाद दो चीतों को रविवार को बड़े पिंजरों से आजाद कर दिया गया और बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया. बड़े बाड़े में आने के...

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Shravan Shukla
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Cheetah( Photo Credit : File)

Cheetahs hunt their first prey in India: अफ्रीकी देश नामीबिया से भारत आए खास मेहमानों (African cheetah) के 51 दिन का आतिथ्य पूरा हो चुका है. क्वारंटीन पीरियड पूरा करने के बाद दो चीतों को रविवार को बड़े पिंजरों से आजाद कर दिया गया और बड़े बाड़े में छोड़ दिया गया. बड़े बाड़े में आने के महज 24 घंटों के भीतर ही उन्होंने अपना पहला शिकार भी कर लिया. इन चीतों ने एक चीतल को अपना शिकार बनाया. इस शिकार को वन्यजीव प्रेमी बड़ी सफलता मान रहे हैं. क्योंकि नामीबिया से आए चीतों ने कभी पहले चीतल देखे तक भी नहीं थे और यहां मौका मिलते ही चीतल को अपना शिकार बना डाला.

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अब खुले में टहलेंगे चीते, कर लिया पहला शिकार

मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्की में 51 दिनों से मेहमानवाजी का लुत्फ उठा रहे चीतों में से दो चीतों 'फ्रेडी' और 'एल्टन' को 5 नवंबर को आजाद किया गया था. उनका क्वारंटीन पीरियड पूरा हो गया था. जिसके बाद उन्हें खुले जंगल में रहने का आदी बनाने के लिए काफी बड़े बाड़े में छोड़ा गया है. जिसकी कुछ सीमाएं हैं. माहौल पूरा जंगल का है, लेकिन वो घेरा हुआ है. उस घेरे में दोनों चीतों ने रात के समय एक चीतल का शिकार किया है. इस शिकार को बड़ी सफलता इसलिए माना जा रहा है कि क्योंकि विशेषज्ञ इन चीतों को लंबे समय तक पिंजरे में रखने की वजह से इस बात को लेकर चिंतित थे कि कहीं ये शिकारी शिकार करना ही न भूल जाएं. लेकिन मैदान में आने के महज 24 घंटों के भीतर ही उन्होंने सारे अनुमानों को ध्वस्त कर दिया और स्वतंत्र रूप से पहला शिकार कर लिया.

पहली कोशिश में हुए थे फेल

मध्य प्रदेश के चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन जे.एस.चौहान ने बताया कि जैसे ही चीते पिंजरों से निकल कर बाड़े में आए, उन्होंने उसके कुछ समय के भीतर ही पहले शिकार की कोशिश कर ली थी. लेकिन वो चीतल भाग निकला था. हालांकि रात के समय उन्होंने एक बार फिर से शिकार की कोशिश की और चीतल का शिकार सफलतापूर्वक कर लिया. उनका ये शिकार उनके भारतीय परिवेश में जल्द ही ढल जाने के तौर पर देखा जा रहा है.

नाबीमिया से लाए गए हैं 8 चीते, एक गर्भवती

बता दें कि 17 सितंबर को 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था. ये अफ्रीकी नस्ल के चीते हैं, जो नामीबिया से लाए गए हैं. इसमें से 5 मादा हैं, तो 3 चीते नर हैं. इसमें से एक मादा चीता गर्भवती भी है. सभी चीजों को जल्द ही खुले बाड़े और फिर जंगल में छोड़ दिया जाएगा.

HIGHLIGHTS

  • भारत पहुंचे मेहमानों ने किया पहला शिकार
  • बड़े बाड़े में आने के 24 घंटे के भीतर किया शिकार
  • कैमरे में कैद हुई शिकारियों की चहलकदमी

Source : News Nation Bureau

cheetah Kuno National Park चीता कुनो नेशनल पार्क शिकार
      
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