logo-image

कांग्रेस में फिर से बयानबाजी का दौर हुआ शुरू, जानिए किसने क्या कहा

हालिया दिनों में कांग्रेस में बयानबाजी कम देखने को मिल रही थी. लेकिन कुछ दिनों की खामोशी के बाद बयानबाजी का दौर फिर शुरु हो गया है.

Updated on: 13 Oct 2019, 12:16 PM

भोपाल:

हालिया दिनों में कांग्रेस में बयानबाजी कम देखने को मिल रही थी. लेकिन कुछ दिनों की खामोशी के बाद बयानबाजी का दौर फिर शुरु हो गया है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर सीधे हमला करने वाले वन मंत्री उमंग सिंघार के बाद अब PWD मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी उन पर निशाना साधा है. उन्होंने दिग्विजय के साथ ही ज्योतिरादित्या सिंधिया के लिए कहा कि दोनों नेताओं को आत्म अवलोकन करना चाहिए. वर्मा ने यह टिप्पणी दोनों नेताओं की ताजा बयानबाजी पर की है.

यह भी पढ़ें- अयोध्या की विवादित जमीन छोड़ना मुस्लिम बोर्ड को मंजूर नहीं, दिया ऐसा बयान

दिग्विजय ने एक दिन पहले गायों को लेकर सरकार पर सवाल उठाए थे. वहीं सिंधिया ने कहा था कि बहुत से किसान अभी भी हैं जिनकी कर्जमाफी नहीं हुई है. सज्जन ने कहा कि दोनों नेता चर्चा में बने रहने के लिए लगातार ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं. बोलते रहो, अच्छा बोलो या बुरा बोलो लेकिन बोलो. वहीं दिग्विजय ने शनिवार को कमलाना और सिंधिया के साथ अपनी फोटो शेयर करते हुए लिखा हम सब एक हैं.

यह भी पढ़ें- समाजवादी पार्टी यूपी में सहेज रही अपना मूल वोट बैंक, मगर शिवपाल यादव ने ऐसे डाला मुश्किल में

सज्जन सिंह वर्मा ने बीजेपी और आरएसएस पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि आने वाले चार सालों में पीएम मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत के बीच वैचारिक मतभेद होगा. जो देखने लायक होगा. एक तानाशाह दूसरे तानाशाह को बर्दाश्त नहीं कर सकता. मोहन भागवत के भाषण में वो बात नहीं रह गई है जो पहले थी.

यह भी पढ़ें- यात्री ने कहा- 'लखनऊ से चेन्नई जाने वाली फ्लाइट में बम है', जानें फिर क्या हुआ 

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुरैना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर क्या हाल है ये किसी से छिपा नहीं है.

सिंधिया को सलाह

ज्योतिरादित्य के इस बयान पर बीजेपी नेता और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि वह सिंधिया को एक सलाह देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि समर्थकों के साथ सिंधिया को सरकार से बाहर आ जाना चाहिए. प्रदेश में न कर्जमाफी हुई है और न ही मुआवजा मिला है. चेहरा छिपाने के लिए कांग्रेस नेता कर्जमाफी पर व्यंग और बयानबाजी कर रहे हैं.