मध्य प्रदेश में सरकार अवैध शराब पर चाहे जितनी भी सख्ती दिखा दे, राज्य में इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है. उज्जैन और मुरैना के बाद अब बुंदेलखंड के हरपालपुर में शराबकांड हुआ है जिसमे 4 लोगों की मौत हो गयी है. बता दें कि हरपालपुर के ग्राम परेथा में जहरीली शराब पीने से 3 दिनों में 4 लोगों की मौत हो गई है. इस शराबकांड के बाद से पूरे गांव में भय और दहशत का माहौल है. पिछले पांच महीने में प्रदेश में जहरीली अवैध शराब पीने से मौतों की यह तीसरी घटना है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार हरपालपुर के ग्राम परेथा में उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के घुटई गांव से अवैध तरीके से जहरीली शराब लायी गयी थी. सबसे पहले शुक्रवार को पथेरा के 25 वर्षीय हरगोविंद की मौत हुई. इसके कुछ देर बाद हरगोविंद के पिता शीतल अहिरवार को उल्टी, दस्त हुए. आंखों से दिखना बंद हो गया और बाद में उनकी भी मौत हो गई. इस्क्के बाद रविवार को करीब 5:30 बजे लल्लू बरार और 7:30 बजे तुलसीदास अहिरवार ने उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया.
दूसरे ग्रामीण जयराम का इलाज फ़िलहाल गावं में ही चल रहा है. प्रशासन के तरफ से बताया गया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अवैध शराब के खिलाफ करवाई की जाएगी. कलेक्टर शीलेंद्र सिंह का कहना है कि सीएमएचओ से बात करेंगे. एसपी सचिन शर्मा ने कहा- तथ्यों के आधार पर जांच कराकर कार्रवाई करेंगे. डीआईजी विवेकराज सिंह का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद जांच की जाएगी.
इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. लखन तिवारी का कहना है कि जिला अस्पताल लाए गए मरीजों में एक जैसे लक्षण देखे गए हैं. पहले उन्हें उल्टी-दस्त हुए, फिर आंखों की रोशनी कमजोर पड़ गई. इसके साथ ही किडनी भी काम नहीं कर रही थीं. दूसरी ओर, मामले में जिला प्रशासन कुछ भी बताने से बच रहा है, ताकि जहरीली शराब का मामला प्रकाश में न आए. डॉ. लखन तिवारी का कहना है कि लल्लू और तुलसी शराब पीने के आदी थे. लेकिन मौत के बारे में विस्तृत जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा.
Source : News Nation Bureau