दिल्ली से मध्य प्रदेश तक ट्रक में श्रमिकों को भरकर ले जाने के मामले का पर्दाफाश दक्षिणी जिला पुलिस ने किया है. पुलिस ने इस सिलसिले में ट्रक चालक और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है. जबकि श्रमिकों में शामिल महिलाओं और बच्चों को एक सेंटर में फिलहाल ब-हिफाजत रखवा दिया गया है. रविवार को यह जानकारी आईएएनएस को जिला डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने दी. डीसीपी के मुताबिक, "जिन लोगों को छुड़ाया गया है उनमें 10 पुरुष, 8 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं. महिलाएं और पुरुष दिल्ली के अलग अलग इलाकों में निर्माणाधीन इमारतों में काम करते हैं. यह लोग मध्य प्रदेश के अलग अलग इलाकों से दिल्ली में कामकाज करने आये थे."
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डीसीपी के अनुसार, ट्रक चालक और उसका सहयोगी दिल्ली में मध्य प्रदेश से सामान लादकर लाये थे. दिल्ली में बिचौलियों के जरिये ट्रक चालक ने कुछ उन जरुरतमंदों को तलाश लिया जो, दिल्ली छोड़कर अपने अपने घरों को (मध्य प्रदेश) जाना चाहते थे. प्रति व्यक्ति एक हजार रुपये ले लिये थे.
पुलिस ने मामले का भांडा तब फोड़ा जब इस पूरे षडयंत्र की गुप्त सूचना साउथ एक्सटेंशन पिकेट पर तैनात सब इंस्पेक्टर रंजीत, सिपाही रविंद्र (थाना कोटला मुबारकपुर) के हाथ लग गयी. जैसे ही ट्रक रात के वक्त एम्स की तरफ से रिंग रोड पर पहुंचा, पुलिस पिकेट ने ट्रक को रोक लिया. ट्रक के पिछले हिस्से में महिला, पुरुष और बच्चे भरे हुए थे.
Source : News State