अगर किसी काम को करने का जज्बा दिल में हो, तो कोई भी काम करना कठिन नहीं होता. ऐसी ही शख्सियत का मालिक है, मध्य प्रदेश के रतलाम में 10 साल का अब्दुल कादिर. अब्दुल एक हादसे में अपने दोनों हाथ खो चुका है लेकिन वह आज नेशनल स्वीमर है...वहीं पैराओलंपिक में तीन गोल्ड और एक सिल्वर मेडल भी जीत चुका है. दुःखों में भी हमेशा खुश रहने वाला अब्दुल का फिलहाल पानी ठंडा होने की वजह स्विमिंग कर पाना मुश्किल है. लिहाजा अपने आप को फिट रखने के लिए अब्दुल अब जिम का सहारा ले रहा है और एक आम आदमी की तरह रोजाना 1 घंटे जिम में कड़ी महनत करता है. फिर चाहे साइकिलिंग हो या ट्रेड मिल हर मशीन पर एक आम इंसान की तरह कसरत करता है.
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वहीं जिम के ट्रेनर संजय का कहना है की अब्दुल किसी भी आम बच्चो की तरह व्यायाम करता है और हर दिन कम से कम 1 घंटा जिम में व्यायाम करता है...उसे बिना हाथो से होने वाली सभी एक्सरसाइज करवाई जाती हैं...अपने पैरों से ही अपनी जिंदगी को पंख लगाने की कोशिश कर रहा अब्दुल बिना रुके एक घंटे से ज्यादा समय तक स्वीमिंग कर लेता है....फिलहाल अब अब्दुल राष्ट्रीय पैरास्वीमिंग चैंपियनशिप की तैयारी कर रहा है. जिसके लिए 12 साल की उम्र होना जरूरी है.
Source : News Nation Bureau