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sukendu sekhar
कोलकाता रेप और हत्याकांड के मामले में ममता सरकार पर विपक्ष हमलावर है. अब उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के अंदर से भी आवाज उठने लगी है. पार्टी की ओर से राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रे ने दो दिन पहले भी ममता बनर्जी के निर्णय सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि प्रिंसिपल संदीप घोष को हटाने में देरी क्यों की गई? अब उन्होंने पुलिस कमिश्नर और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल पर सवाल खड़े किए हैं.
उन्होंने एक्स पर लिखा, 'सीबीआई को निष्पक्षता से काम करने की आवश्यकता है. पूर्व प्रिंसिपल और पुलिस कमिश्नर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जरूरत है. इस तरह से पता चल सकेगा कि आत्महत्या की कहानी किसने और क्यो फैलाई. हॉल की दीवार को किस लिए गिराया गया. संजय रॉय (मुख्य आरोपी) को इतना शक्तिशाली बनाने को लेकर किसने संरक्षण दिया? ऐसे कई सवाल हैं जिसने उन्हें बोलने पर मजबूर किया.'
CBI must act fairly . Custodial interrogation of Ex Principal and Police Commissioner is a must to know who and why floated suicide story.Why wall of hall demolished, who patronised Roy to be so powerful, Why sniffer dog used after 3 days.100s of such questions. Make them speak
— Sukhendu Sekhar Ray (@Sukhendusekhar) August 17, 2024
व्यापक केंद्रीय अधिनियम बनाने आवश्यक
सुखेंदु शेखर ने एक अन्य पोस्ट में कहा, सभी अस्पतालों में चिकित्साकर्मियों, स्कूलों और कॉलेजों में छात्राओं, बलात्कार पीड़ितों के आश्रयगृहों में रहने वालों, कार्यस्थल पर महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर एक कठोर व्यापक केंद्रीय अधिनियम बनाने आवश्यक है. इस संबंध में शीतकालीन सत्र में बिल पेश करने को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है.
सुखेंदु शेखर ने इस घटना के बाद से ही लगातार मुखर होकर बोल रहे हैं. उन्होंने घटना के तुरंत बाद कहा था कि कोलकाता महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर है. इतना ही नहीं उन्होंने 14 अगस्त को डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए लिखा था, 'मैं प्रदर्शनकारियों में शामिल होने वाला हूं.'
आपको बता दें कि कोलकाता रेप मर्डर केस में सीबीआई की जांच में तेजी देखी जा रही है. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष से लगातार तीसरे दिन पूछताछ करेगी. सीबीआई ने आज उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया. अस्पताल में वारदात के समय संदीप घोष प्रिंसिपल थे. पहले दिन सीबीआई ने घोष से करीब 15 घंटे तक की पूछताछ की. इसके बाद दूसरे दिन भी लंबी इंक्वायरी हुई.
CBI ने तेज कर दी है मामले की जांच
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की इस भयावह घटना से पूरे देश में आक्रोश बना हुआ है. मामले की जांच सीबीआई कर रही है. पहले जांच कोलकाता पुलिस कर रही थी. मगर हाई कोर्ट के आदेश के बाद जांच का जिम्मा सीबीआई को दिया गया. सीबीआई ने अब इस घटना से जुड़े कई लोगों के बयान को दर्ज कर चुकी है.