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पानी में फ्लोराइड होने की आशंका.( Photo Credit : News State Bihar Jharakhand)
बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के मंजूरा में एक कुआं कौतूहल का विषय बना हुआ है. वजह ये है कि कुएं का पानी दूधिया यानी सफेद रंग का है. स्थानीय ग्रामीण तो इसे दूधिया कुआं कहने लगे हैं. हालांकि पानी में फ्लोराइड होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन ये जांच के बाद ही सामने आ पाएगा कि आखिर कुएं का पानी सफेद क्यों हो गया है. ये कुआं मंजूरा के सोखाडीह स्थित ऊपर टोला में प्रफुल्ल महतो की जमीन पर बना है. जिसे 2017 में मनरेगा के तहत बनाया गया था. प्रफुल्ल महतो का कहना है कि कुएं की खुदाई के दौरान दूधिया रंग का पानी देखकर हर किसी को अजीब लगा, क्योंकि आम तौर पर किसी कुएं का पानी इस तरह का नहीं होता.
कराई जाएगी पानी की जांच
हालांकि कुएं का पानी पीने पर सामान्य ही है. वहीं, मामले को लेकर जब बोकारो के सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी. क्योंकि अगर पानी में फ्लोराइड हुआ तो इसे पीने से लोग बीमार पड़ सकते हैं. वहीं, इसके आसपास या गांव के अन्य सभी कुंओं के पानी का रंग बिल्कुल सामान्य है.
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पानी के लिए त्राहिमाम
वहीं, आपको बता दें कि झारखंड में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हैं. कई इलाकों में गर्मी के कारण लगभग सभी जल स्रोत सुख चुके हैं. जिससे इंसानों के साथ पशु-पक्षी भी परेशान हैं. पीटीआर के जंगल में रहने वाले जानवर भी आसपास के गांव में पानी के लिए पहुंच रहे हैं. मानवता का परिचय देते हुए ग्रामीण कई बार जानवरों को पानी पिलाते हैं, लेकिन वन विभाग ने कोई इंतजाम नहीं किया है. जंगली जनवर पानी की तलाश में बेतला नेशनल पार्क से भटकते भटकते गांव की ओर आ रहे हैं. ये जानवर या तो किस्मत से अपनी प्यास बुझा ले रहे हैं या फिर किसी शिकारियों का शिकार हो जा रहे हैं. पलामू जिले में ऐसी कई घटनाएं घट चुकी है.
HIGHLIGHTS
- सफेद कुएं का क्या है रहस्य?
- कुएं के पानी का रंग है सफेद
- पानी में फ्लोराइड होने की आशंका
- जल्द कराई जाएगी पानी की जांच
Source : News State Bihar Jharkhand