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सरयू राय और रघुवार दास समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प, खूब चले लाठी-डंडे और कुर्सियां

जमशेदपुर के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर के टाउन हॉल परिसर में पुलिस की मौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के समर्थकों आपस में ही भीड़ गए और मारपीट करने लगे. एक दूसरे को दौड़ा - दौड़ा कर पीटा.

Updated on: 29 Oct 2022, 10:23 AM

Jamshedpur:

जमशेदपुर के सिदगोड़ा सूर्य मंदिर के टाउन हॉल परिसर में पुलिस की मौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के समर्थकों आपस में ही भीड़ गए और मारपीट करने लगे. एक दूसरे को दौड़ा - दौड़ा कर पीटा. लाठी-डंडे, कुर्सियों और टेंट के पाइप से एक दूसरे पर वार करते नजर आए. जिसमें भाजमो के जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव समेत एक दर्जन लोग घायल हो गए. हैरानी की बात है कि ये सबकुछ पुलिस के सामने ही हुआ. यही नहीं दोनों पक्षों ने थाने में एक दूसरे के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई.
 
प्रशासन ने टाउन हॉल परिसर के मेन गेट को किया बंद 

घटना के बाद प्रशासन ने सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर के मेन गेट पर ताला लगा कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा कर दी. सिदगोड़ा सूर्य मंदिर परिसर में 2002 से रघुवर समर्थकों का वर्चस्व रहा है. जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के बनने के बाद सूर्य मंदिर कमेटी दो पक्षों में बंट गई. 

प्रशासन ने अधिकतर संपत्ति को ले लिया था अपने अधीन 

2019 के विस चुनाव में रघुवर दास को हराने वाले सरयू राय ने मंदिर परिसर स्थित परिसंपत्तियों के रघुवर समर्थकों के व्यावसायिक इस्तेमाल की शिकायत शासन व प्रशासन से की थी. प्रशासन ने अधिकांश परिसंपत्तियों को अपने अधीन ले लिया. हाल में वहां संचालन समिति बनाई गई हैं. इसमें सरयू संरक्षक बनाये गये हैं.  

पहले से थी हिंसा की आशंका

बता दें कि, सूर्य मंदिर कमेटी के बीच चल रहे विवाद को लेकर प्रशासन को पहले से आशंका थी. इसलिए प्रशासनिक अधिकारी दोनों गुट पर नजर बनाए हुए थे, लेकिन दोनों गुटों के बीच संघर्ष के बाद प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा और सिदगोड़ा टाउन हॉल परिसर में बंद करने का निर्देश जारी कर दिया गया.