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अवैध कारोबार की मार झेल रहे ग्रामीण( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)
बोकारो के हरला थाना क्षेत्र में ऐश पौंड का बांध टूटने की यह दूसरी घटना है और यह बांध टूटने से यहां के रहने वाले ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हम आपको बता दें कि लगभग 5 माह पूर्व भी यह बांध टूटा था और लोगों के घर में पानी पूरी तरह से घुस गया था. जिससे लोगों के खाने-पीने का सारा सामान बर्बाद हो गया था. इस बार भी लोगों को इन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसका मुख्य कारण विस्थापित नेता रघुनाथ महतो को बताया जा रहा है, जो पौंड के पानी को केमिकल निकालने के कारण बांध देता है, जिस वजह से बांध टूट जाता है. हालांकि इसकी जानकारी जिला प्रशासन से लेकर सेल प्रबंधन तक को है, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है क्योंकि जो केमिकल यहां से निकाला जाता है, उसे निकालने में लोगों को ₹300 प्रतिकिलो की रकम दी जाती है और कोलकाता में ले जाकर उसे ₹3600 प्रतिकिलो में बेचा जाता है.
पूरा मामला अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है. बता दें कि यहां पर काम करने वालो ने रघुनाथ महतो पर आरोप लगाया है कि लगातार यहां फ्लाइ ऐश के पौंड से एक प्रकार का डस्ट छानने के क्रम में यह बांध टूटता है और हम लोगों के घरों में पानी घुस जाता है. इतना ही नहीं कुआं, घर में पौंड का डस्ट घुस जाता है और सब कुछ बर्बाद हो जाता है. बीते रात लोगों ने इस वजह से अपने परिवार और मवेशी के साथ जिला प्रशासन के बनाए गए टेंट में रात बिताने को मजबूर हुए.
दरअसल, ऐश पौंड की छाई में से केमिकल को निकाल कर एक बोरे में भरा जाता है और इसे ट्रक में भरकर कोलकाता में बेचा जाता है. इसी के कारण यह घटना की पुनरावृति हो रही है, लेकिन ना तो इस पर बीपीएससीएल, बीएसएल और जिला प्रशासन इस पर अंकुश लगाने में असफल है.
Source : News State Bihar Jharkhand