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'पिकनिक पॉलिटिक्स' के बाद अब 'बाड़ेबंदी की राजनीति', रायपुर भेजे जा रहे हैं UPA विधायक

झारखंड के सियासी संकट से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार UPA विधायक छत्तीसगढ़ शिफ्ट किए जा रहे हैं.

Updated on: 30 Aug 2022, 03:47 PM

Ranchi:

झारखंड के सियासी संकट से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जानकारी के अनुसार UPA विधायक छत्तीसगढ़ शिफ्ट किए जा रहे हैं. UPA विधायक रांची में कांके रोड स्थित सीएम आवास पर पहुंच रहे हैं और सीएम आवास से बसों में सभी विधायकों और मंत्रियों को रांची एयरपोर्ट ले जाया जाएगा. जहां से आज शाम 5 बजे विशेष विमान से छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होंगे. जगन्नाथ महतो, अनूप सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की, अंबा प्रसाद, बादल और सुदिव्य सीएम आवास पहुंचे हैं. कोलकाता से इंडिगो का विमान भी रांची पहुंच चुका है. यह भी जानकारी मिल रही है कि रायपुर के में-फेयर होटल को दो दिनों के लिए आरक्षित किया गया है. पुलिस ने होटल की सुरक्षा बढ़ा दी है. माना जा रहा है कि विधायक छत्तीसगढ़ के रायपुर में रुकेंगे और राज्यपाल के फैसलें के बाद ही वापस रांची लौटेंगे. वहीं, सूत्रों के हवाले से खबर यह भी है कि राजभवन से EC को पत्र भेजने में वक्त लगेगा. पत्र भेजने में करीब दो और दिनों का वक्त लग सकता है. राज्यपाल ने विधि विशेषज्ञों से सलाह ली है.

वहीं, सीएम हेमंत सोरेन ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है. यह बैठक 1 सितंबर को शाम चार बजे बैठक होगी. बैठक में सुखाड़ पर राहत की घोषणा हो सकती है. इसके साठ ही कई प्रस्तावों पर भी मुहर लग सकती है. 

आपको बता दें कि दो दिन पहले भी सीएम हेमंत सोरेन 41 विधायकों के साथ तीन लग्जरी बसों में सवार होकर निकले थे, लेकिन खूंटी के डैम में बोटिंग के बाद रांची लौट गए थे.

हेमंत सोरेन पर क्या आरोप लगा है?
सीएम हेमंत सोरेन पर आरोप है कि उन्होंने अनगड़ा मौजा में पत्थर खनन पट्टा की स्वीकृति ली.
खाता नंबर- 187, प्लॉट नंबर- 482 में अपने नाम से स्वीकृति ली.
16 जून 2021 को LOI जारी किया गया.
10 जुलाई 2021 को खनन योजना को स्वीकृति.

झारखंड में पूरा मामला क्या है ?
CM सोरेन पर ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का आरोप
बीजेपी ने राज्यपाल से शिकायत की थी 
सीएम रहते माइनिंग लीज लेने का आरोप लगा है
अनगड़ा में खदान लीज लेने का मामला है 
राज्यपाल ने चुनाव आयोग से राय मांगी थी 
2 मई 2022 को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया था 
सीएम और बीजेपी की ओर से पक्ष रखा गया था 
दोनों पक्षों को सुनने के बाद आयोग ने फैसला सुरक्षित रखा था 
लोक प्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा के उल्लंघन का आरोप है
बीजेपी ने धारा 9A के तहत सदस्यता रद्द मांग करने की थी.

बहरहाल अब झारखंड की सियासत में उलटफेर लगभग तय मानी जा रही है. अगर मुख्यमंत्री के खिलाफ फैसला आता है तो उन्हें सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ेगी. लिहाजा पार्टी में सीएम के चेहरे के लिए रेस शुरू हो गई है. JMM किसी भी कीमत पर सीएम की कुर्सी परिवार से बाहर नहीं जाने देगी. ऐसे में जो दो बड़े चेहरे सीएम रेस में आगे चल रहे हैं उनमे कल्पना सोरेन और सीता सोरेन का नाम शामिल हैं. कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी हैं. वहीं, सीता सोरेन सीएम की भाभी है और जामा विधानसभा से विधायक भी हैं.

जानिए कौन हैं सीता सोरेन
सीता सोरेन जामा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं
JMM के टिकट पर लगातार तीसरी बार विधायक बनीं
सीता झारखंड मुक्ति मोर्चा की राजनीति में पकड़ रखती हैं
JMM के अध्यक्ष शिबू सोरेन की बड़ी बहू हैं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी है सीता सोरेन

जानिए कौन हैं कल्पना सोरेन 
कल्पना ओडिशा के मयूरभंज की रहने वाली हैं
हेमंत और कल्पना की अरेंज्ड मैरिज हुई थी
कल्पना रांची में प्ले स्कूल चलाती हैं
कल्पना सक्रिय राजनीति से हमेशा दूर रहीं
महिला विकास कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती हैं
सामाजिक कार्यक्रमों में भी शामिल होती रही हैं कल्पना

हेमंत सोरेन के पास क्या ऑप्शन्स हैं? 
अगर पक्ष में फैसला आया तो सत्ता पर बने रहेंगे.
अगर फैसला खिलाफ में आया तो परेशानी बढ़ सकती है. 
सीएम का पद छोड़ना पर सकता है.
फिर से विधायक दल के नेता चुने जा सकते हैं. 
फिर से सीएम पद की शपथ ले सकते हैं.
परिवार के किसी सदस्य को कुर्सी सौंप सकते हैं.
दिशोम गुरू भी सीएम बन सकते हैं. 

जानिए झारखंड का सियासी गणित
सत्ता पक्ष के पास 50 सीटें
पार्टी        सीटें
JMM  -30
CONG -18
CPI(ML)-01
NCP  -01

कुल विधानसभा सीट- 81
बहुमत- 42

विपक्ष के पास 30 सीटें
BJP- 26
AJSU- 02
OTH- 02

कुल विधानसभा सीट- 81
बहुमत- 42