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Udhwa: उधवा झील बना आकर्षण का केंद्र, पर्यटक उठा रहे विदेशी पक्षियों का लुफ्त

झारखंड में प्राकृतिक सुंदरता की कमी नहीं है. यहां थोड़ी-थोड़ी दूरी पर झील, डैम की खूबसूरती देखने को मिलती है.

Updated on: 14 Jan 2023, 01:30 PM

highlights

  • साहेबगंज में उधवा झील बना आकर्षण का केंद्र
  • ठंड आते ही पहुंचते हैं विदेशी मेहमान
  • झारखंड, बिहार व पश्चिम बंगाल से पहुंचते हैं सैलानी

Sahibganj:

झारखंड में प्राकृतिक सुंदरता की कमी नहीं है. यहां थोड़ी-थोड़ी दूरी पर झील, डैम की खूबसूरती देखने को मिलती है. कुछ ऐसी ही खूबसूरती साहेबगंज के प्रसिद्ध पक्षी अभयारण्य उधवा झील में देखी जा सकती है. यहां ठंड आते ही विदेशी पक्षियों का आगमन होने लगता है. जहां झारखंड, बिहार व पश्चिम बंगाल सहित देश के कई राज्यों से सैलानी इन विदेशी पक्षियों को देखने के लिए आते हैं. जिसके कारण बड़े पैमाने में सालों भर पर्यटकों का आगमन होते रहता है. ठंड की दस्तक देते ही विदेशी पक्षियों का यहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाता है, जिसकी वजह से इस झील की पूरे देश-विदेशों में भी अलग पहचान है. पूरे प्रदेश में पहाड़ों का राजा कहे जाने वाले राजमहल की पहाड़ियों के बीचों-बीच उधवा प्रखंड क्षेत्र में कई किलोमीटर तक फैला है. वहीं इस झील में विदेशी पक्षियों को देखते ही इसकी छटा पर्यटकों का मन मोहित कर लेती है, जो देखते ही बनती है.

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ठंड के आते ही विदेशी पक्षियों का आगमन

वहीं पक्षियों के कलरव से झील के आस-पास का क्षेत्र गुंजायमान हो उठता है. वहीं, अगर हम साल के अंतिम महीने दिसंबर व शुरुआती माह जनवरी में इन विदेशी मेहमानों के आगमन से झील क्षेत्र के लोगों के खास आकर्षण का केंद्र बन जाता है. साथ ही दिसंबर में पक्षियों के आने की संख्यां काफी बढ़ जाती है. झील के चारों ओर पक्षियों की आवाजें खुशनुमा माहौल का एहसास कराता है.

झील की खूबसरती देखने पहुंचते हैं सैलानी

फरक्का से होकर गुजरने वाली गंगा का पानी भी झील में पहुंचता है, जिस कारण बड़े पैमाने पर मछलियां भी झील में आ जाती है. झील में पक्षियों की जलकीड़ा सैलानियों को खूब लुभाते हैं. जल कीड़ा के मनमोहक दृश्यों को देखने के लिए पर्यटक सालोंभर इस मौसम में पक्षियों के आने का इंतजार करते हैं.

सवांददाता-गोविंद ठाकुर