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जिस छात्र चित्रकार की पेंटिंग प्रधानमंत्री आवास में है टंगी, आज भी गरीबी की झेल रहा मार

झारखंड के रामगढ़ जिले के रहने वाले छात्र वैभव शर्मा ने अपनी चित्रकला की प्रतिभा को इस कदर निखारा की उसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन में शामिल किया गया है. उसकी इस उपलब्धि ने ना सिर्फ अपने राज्य बल्कि देश का भी नाम रोशन किया है.

Updated on: 02 Jan 2023, 08:15 AM

highlights

  • वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन में वैभव की कला को किया गया शामिल 
  • पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने वैभव को चित्रकला में किया सम्मानित 
  • वैभव की बनाई गई प्रधानमंत्री आवास में है टंगी 
  • सांसद जयंत सिन्हा ने मदद का दिया आश्वासन

Ramgarh:

झारखंड के रामगढ़ जिले के रहने वाले छात्र वैभव शर्मा ने अपनी चित्रकला की प्रतिभा को इस कदर निखारा की उसे वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन में शामिल किया गया है. उसकी इस उपलब्धि ने ना सिर्फ अपने राज्य बल्कि देश का भी नाम रोशन किया है. वैभव की बनाई गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां की तस्वीर प्रधानमंत्री आवास में टंगी हुई है. अब वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपने हाथों से बनाई उनकी तस्वीर को उन्हें भेंट करना चाह रहा है. वैभव एक गरीब परिवार से आता है मां आंगनबाड़ी में सेविका के रूप में काम करती है तो पिता फर्नीचर बनाने में कारीगरी का काम करते हैं. वैभव की प्रतिभा से प्रभावित होकर झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने वैभव को कई बार सम्मानित भी किया है. 

मुख्यमंत्री से लेकर कई अभिनेता ने किया सम्मानित

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी वैभव को चित्रकला में सम्मानित किया है. वैभव ने जिले के काफी पदाधिकारी की चित्र बना कर उन्हें भेंट भी किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी वैभव को सम्मानित किया है. वैभव को सम्मानित करने का दौर यही खत्म नहीं होता है वैभव के प्रतिभा से प्रभावित होकर बॉलीवुड के कई अभिनेता एवं अभिनेत्री भी उसे सम्मानित कर चुके हैं .

रामगढ में हुई स्कूली जीवन की शुरुआत 

वैभव का स्कूली जीवन रामगढ छावनी उत्क्रमित उच्च विद्यालय से शुरू हुआ . इस विद्यालय से ही वैभव ने सबसे पहले प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होकर प्रथम स्थान प्राप्त किया और कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. वर्ष 2012 में उत्तरप्रदेश के कानपुर शहर में आयोजित डिफेंस स्टेट डे राष्ट्रीय पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लिया और अपना परचम लहराया. वर्ष 2012 से वैभव ने लगातार तीन वर्षों तक राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में लगातार परचम लहराया है. 

सांसद जयंत सिन्हा से मदद की मांग की 

 झारखंड के राज्यपाल रमेश बेस भी वैभव के चित्रकला से काफी प्रभावित हुए है उन्होंने वैभव को राजभवन में आमंत्रित भी किया था, जहां वैभव ने राज्यपाल महोदय को तैल चित्र उन्हें भेट किया था. जिसे देख कर वे काफी अचंभित हुए थे. वैभव ने बहुत ही कम उम्र में अपने जिले का नाम रौशन किया है. लेकिन वैभव की गरीबी पीछा नहीं छोड़ रही है. वैभव ने हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा से मिलकर अपने पढ़ाई और लैपटॉप की मांग की है. जिससे वो अपनी कला को और भी बेहतर कर सकें.

सांसद जयंत सिन्हा ने मदद का दिया आश्वासन
हजारीबाग लोकसभा के सांसद जयंत सिन्हा ने भी वैभव के पेंटिंग को लेकर काफी सराहा है, सांसद ने यह भी कहा कि उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग उन्होंने हमें भी भेंट की है, इनके अंदर अद्भुत कला है, दुनिया भर में इनके द्वारा बनाए हुए पेंटिंग को दुनिया भर में सराहा है. उन्होंने कहा कि अब हम लोगों को वैभव को सही गाइडलाइन देना है जिससे वैभव की जिंदगी संवर सकें, कंप्यूटर ग्राफिक की ओर जाने को लेकर पहल की जाएगी, हर हाल में  वैभव की मदद की जाएगी और उनको ग्राफिक के लिए एक लैपटॉप की कमी को भी हम लोग पूरा करेंगे.

रिपोर्ट - अनुज कुमार