कोरोना वायरस (Corona Virus) से लड़ने के लिए जहां इस वक्त देशभर में अस्पताल तैयार हो रहे हैं, वहीं झारखंड (Jharkhand) का सबसे बड़ा रिम्स अस्पताल जरूरी सुविधाओं से ही महरूम है. रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के वायरोलॉजी रिसर्च एंड डाइग्नोस्टिक सेंटर में कुछ सामान्य वायरस की जांच की ही सुविधा है. सेंटर में कोरोनावायरस की जांच की सुविधा नहीं है, क्योंकि यहां उसकी मशीन ही नहीं है. लैब में अगर मशीन होती, तो आठ से 12 घंटे में जांच रिपोर्ट मिल जाती.
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जानकार बताते हैं कि रिम्स में मशीन खरीद की प्रक्रिया करीब डेढ़ साल से चल रही है. दो बार निविदा भी निकाली गई, लेकिन कंपनियों द्वारा रुचि नहीं लेने के कारण इसे रद्द कर दिया गया. ध्यान रहे कि झारखंड में फिलहाल एमजीएम मेडिकल कॉलेज, जमशेदपुर में कोरोनावायरस की जांच की सुविधा उपलब्ध है.
इस मसले पर रिम्स प्रबंधन का कहना है कि बॉयो रॉड कंपनी को रीयल टाइम पीसीआर मशीन उपलब्ध कराने का ऑर्डर दे दिया गया है. कंपनी को एक से दो दिन में मशीन मुहैया कराने को कहा गया है. सोमवार से रिम्स में कोरोना की जांच शुरू होने की उम्मीद है.
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गौरतलब है कि राज्यभर में अब तक 14 लोगों के ब्लड सैंपल की जांच हुई है, जिसमें से सभी विदेश से झारखंड आए हैं. सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है. बहरहाल, रिम्स में मरीजों के लिए 18 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है. 200 एन95 मास्क मंगा लिया गया है. सेनिटाइजर का पर्याप्त स्टॉक है. राज्य सरकार ने कोरोना वायरस को लेकर राज्य के सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है. साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है.
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