logo-image

Teachers Day 2023: चतरा के शिक्षक को मिलेगा राष्ट्रपति पुरस्कार, जानिए कैसे और क्यों हुआ चयन

5 सितंबर को चतरा के शिक्षक एजाजुल हक राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित होंगे. शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति के हाथों मिलने वाले पुरस्कार को लेकर जहां एजाजुल हक उत्साहित हैं तो उनके साथी शिक्षक के साथ साथ स्कूल के छात्रों में भी खुशी की लहर है.

Updated on: 31 Aug 2023, 04:56 PM

highlights

  • नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सेवा देने का मिलेगा इनाम
  • राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए एजाजुल हक चयनित
  • शिक्षक दिवस पर दिल्ली में मिलेगा सम्मान

Chatra:

5 सितंबर को चतरा के शिक्षक एजाजुल हक राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित होंगे. शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति के हाथों मिलने वाले पुरस्कार को लेकर जहां एजाजुल हक उत्साहित हैं तो उनके साथी शिक्षक के साथ साथ स्कूल के छात्रों में भी खुशी की लहर है. चतरा के उत्क्रमित उच्च विद्यालय दीवानखाना स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक एजाजुल हक को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चुना गया है. ये इनाम शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए दिया जा रहा है. दिल्ली में राष्ट्रपति द्रोपदी  मुर्मू शिक्षक दिवस के मौके पर 5 सितंबर को एजाजुल हक को सम्मानित करेंगी.

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सेवा देने का मिलेगा इनाम

एजाजुल हक ने 29 साल के सेवा काल में 24 साल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सेवा देने का काम किया है. यहीं नहीं एजाजुल हक ने शिक्षकों को भी बच्चों को अपनी पूरी स्किल के साथ पढ़ाने का संदेश दिया. साथ ही बच्चों को भी हर दिन स्कूल आने और मन लगाकर पढ़ाई करने की सीख भी उन्होंने दी. राष्ट्रपति पुरस्कार मिलने से एजाजुल हक काफी उत्साहित हैं. एजाजुल अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि जिले से चयन होने के बाद सूची राज्य को भेजी गई और परफोर्मेंस के आधार पर नाम दिल्ली भेजा गया. दिल्ली में 10 मिनट का प्रेजेंटेशन देना था. इसी के आधार पर हमारा चयन राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए किया गया.

ये भी पढ़ें-Jharkhand News: ओवैसी की सभा में लगे 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, पुलिस ने दर्ज की FIR

राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए एजाजुल हक चयनित

राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित होने पर सिर्फ शिक्षक एजाजुल हक ही खुश नहीं है बल्कि स्कूल के छात्रों में भी खुशी की लहर है. स्कूल के छात्रों को शिक्षक एजाजुल हक के पढ़ाने का तरीका बच्चों को बहुत पसंद आता है. ससबे ज्यादा बच्चे एजाजुल हक के खेल-खेल में समझाने के तरीके से प्रभावित हैं. वहीं, स्कूल के शिक्षक भी एजाजुल हक को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित किये जाने से उत्साहित हैं. स्कूल के शिक्षक सचिदानंद सिंह ने बताया कि ये खुशी सिर्फ जिले में ही नहीं बल्कि पूरे झाखंड के शिक्षा जगत में है.

शिक्षक दिवस पर दिल्ली में मिलेगा सम्मान

आपको बता दें कि इस साल राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित होने वाले एजाजुल हक झारखंड के इकलौते शिक्षक हैं. एजाजुल हक इस पुरस्कार के हकदार इसलिए भी हैं. क्योंकि जिस दौर में उन्होंने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी उस दौर में लोग नक्सल प्रभावित एरिया में जाने से कतराते थे तब उन्होंने डर और खौफ के बीच बच्चों में शिक्षा का अलख जगया और उनके भविष्य को संवारा और सजाया.

रिपोर्ट : विकास कुमार