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सोरेन सरकार ने जीता विश्वासमत, जो पिता नहीं कर पाए वो हेमंत ने कर दिखाया

हेमंत सरकार विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है. सोमवार को विधानसभा का एक दिन का सत्र बुलाया गया है. इसमें सरकार विश्वास मत हासिल करना था. सीएम हेमंत सोरेन की विधायकी पर लटकी तलवार के बीच इसकी पूरी तैयारी कर गई थी.

Updated on: 05 Sep 2022, 03:21 PM

Ranchi:

झारखंड के इतिहास में पहली बार आज किसी सत्ताधारी दल ने सरकार के खिलाफ ही विश्वास मत पेश किया. हेमंत सरकार विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है. सोमवार को विधानसभा का एक दिन का सत्र बुलाया गया था . इसमें सरकार को विश्वास मत हासिल करना था. प्रस्ताव के पक्ष में 48 वोट पड़े. इस दौरान विपक्ष ने वॉक आउट किया. सीएम ने कहा कि सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है. बीजेपी सिर्फ सत्ता की भूखी है. 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा की साजिशों का जवाब देने, लोकतंत्र को बचाने और राज्य की सवा तीन करोड़ जनता को संदेश देने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया है.

उन्होंने कहा जब से उनकी सरकार ने शपथ ली है, तभी से भाजपा दूसरी पार्टी के विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशों मे जुटी है. सीएम ने विश्वास प्रस्ताव पर अपने भाषण के दौरान झारखंड के राज्यपाल और चुनाव आयोग पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य के यूपीए नेताओं ने जब चुनाव आयोग से आये पत्र पर स्थिति साफ करने का आग्रह किया तो उन्होंने एक-दो दिनों में निर्णय लेने की बात कही, लेकिन इसके अगले ही दिन पिछले दरवाजे से दिल्ली निकल गये.

उन्होंने झारखंड विधानसभा के भाजपा विधायक समरी लाल के बारे में कहा कि वह फर्जी सर्टिफिकेट पर विधान बनकर बैठे हुए हैं, लेकिन उसपर चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं करता है. सोरेन ने कहा कि उन्हें डराने-धमकाने का कोई प्रयास सफल नहीं होगा. सभी विपक्ष देख लें कि हम सभी साथ हैं. अगली बार बीजेपी राज्य कि किसी सीट पर अपनी जमानत भी नहीं बचा पाएगी.

सोरेन ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाले ये लोग सिर्फ व्यापारी हैं. गरीबों के लिए इनके पास पैसा नहीं है. गैर बीजेपी राज्यों में सरकार को किसी भी तरह अस्थिर करने का काम हो रहा है. हिंदू-मुस्लिम का नारा देकर जनता को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है.

मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान भाजपा सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया. इसके पूर्व भाजपा की ओर से बोलते हुए नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि इस सरकार को अपने ही लोगों पर विश्वास नहीं है, इसलिए इन्होंने यह प्रस्ताव लाया है.

झारखंड के 22 साल 11 मुख्यमंत्री

बाबूलाल मरांडी- बीजेपी  
कार्यकाल- 2 साल 4 महीने 3 दिन
राज्य के पहले सीएम आंतरिक विरोध पर इस्तीफा

अर्जुन मुंडा- बीजेपी, 3 बार बने सीएम
कार्यकाल-
पहली बार- 2 साल
दूसरी बार- डेढ़ साल
तीसरी बार- 2 साल 4 महीने 7 दिन

शिबू सोरेन- JMM, 3 बार बने सीएम
कार्यकाल-
पहली बार- 10 दिन
दूसरी बार- करीब 5 महीने
तीसरी बार- 5 महीने

मधु कोड़ा, निर्दलीय, राज्य के पांचवे सीएम
कार्यकाल-
2 साल से कम
पहले निर्दलीय विधायक जो सीएम बने

रघुवर दास- बीजेपी
कार्यकाल-
28 दिसंबर 2014 से 28 दिसंबर 2019
एकमात्र सीएम जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया.

हेमंत सोरेन- JMM, 2 बार बने सीएम
कार्यकाल-
पहली बार- 1 साल 5 महीने 10 दिन
दूसरी बार- 29 दिसंबर 2019 को शपथ ली