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एक के बाद एक गिरफ्तारी और सरेंडर.( Photo Credit : News State Bihar Jharakhand)
झारखंड के लातेहार में कभी गोलियों की तड़तड़ाहट और बम विस्फोट की आवाजें गूंजती थी, लेकिन अब यहां की तस्वीर बदल रही है. यहां सुरक्षाबलों के एक्शन ने नक्सलियों की कमर तोड़कर रख दी है. सालों पहले प्रकृति की गोद में सोए इस इलाके को कब लाल आतंक की नजर लगी पता ही नहीं चला. धीरे-धीरे नक्सलियों ने यहां पैठ बनानी शुरू की और जल्द ही यहां गोलियों की तड़तड़ाहट और बम गोलों की आवाजों ने घर कर लिया. नक्सलियों के आतंक ने सालों तक इस क्षेत्र में दहशत फैलाया, लेकिन सुरक्षाबलों की ताबड़तोड़ कार्रवाई ने अब लाल आतंक पर नकेल कस दी है. एक के बाद एक सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिल रही है.
लाल आतंक पर नकेल
मुंह पर काला नकाब और चेक शर्ट पहने पुलिसिया गिरफ्त में खड़ा भाकपा माओवादी संगठन का ये वो ख़तरनाक नक्सली है, जो पलक झपकते कई जिंदगियां तबाह कर सकता है. ये लाल आतंक का वो भयानक चेहरा है जो आईडी ब्लास्ट करने में अच्छे-अच्छे धुरंधरों को मात दे सकता है, लेकिन इस खुंखार नक्सली की गिरफ्तारी ने नक्सली संगठनों की कमर तोड़ दी है. भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर बैजनाथ सिंह उर्फ चंदन सिंह खरवार को पुलिस ने छापेमारी अभियान के दौरान गिरफ्तार किया. इस नक्सली का खौफ ऐसा था कि प्रशासन ने इसपर 10 लाख का इनाम घोषित कर दिया था, लेकिन अब ये पुलिस की गिरफ्त में है. पुलिस ने गिरफ्तारी के साथ ही दो इंसास राइफल, 370 जिंदा गोली, सात लोडेड मैगजीन, दो वॉकी टॉकी, चार डायरी समेत अन्य सामान बरामद किए हैं.
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सुरक्षाबलों ने तोड़ी नक्सलियों की कमर
पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका कुख्यात नक्सली अब सलाखों के पीछे जा चुका है. लातेहार पुलिस की इस सफलता के लिए पलामू रेंज के आईजी राजकुमार लकड़ा भी लातेहार पुलिस की तारीफ करने से ख़ुद को नही रोक सके और इस बड़ी सफलता के लिए उन्होंने लातेहार पुलिस की खूब पीठ थपथपाई. इनाम की घोषणा भी की. इस बीच एक और इनामी नक्सली ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. उग्रवादी वर्दी में खड़ा ये शख्स टीएसपीसी का सब जोनल कमांडर दशरथ उरांव है. जिसने दहशतगर्दी की दुनिया छोड़ घर वापसी कर ली है. नक्सली के सरेंडर करने पर पुलिस ने फूल मालाओं से उसका स्वागत किया. दशरथ पर भी पांच लाख का इनाम घोषित था. ऐसे में पुलिस ने सरेंडर करने के बाद 5 लाख का चेक भी उसे सौंप दिया. पुलिस के सामने हथियार डाल चुके दशरथ उरांव का कहना है कि हथियार किसी भी समस्या का समाधान नहीं है.
लातेहार में सुरक्षाबलों ने बीते कुछ महीनों में एक के बाद एक अभियान चलाकर नक्सलियों पर नकेल कसी है.
12 जनवरी- JJMP संगठन का जोनल कमांडर मिथुन लोहरा, प्रकाश महतो, संजीत महतो गिरफ्तार
21 जनवरी- JPC उग्रवादी संगठन के चार उग्रवादी हथियार के साथ गिरफ्तार
31 जनवरी- लेवी वसूली करने आए PLFI उग्रवादी संगठन के दो उग्रवादी गिरफ्तार
3 फरवरी- 1 एलएमजी, 2 एसएलआर राइफल, 1 इंसास राइफल, 470 राउंड गोलियां बरामद
12 मार्च- सड़क निर्माण में लगे जेसीबी को आग लगाने का आरोपी PLFI का सब जोनल कमांडर राजेंद्र यादव गिरफ्तार
16 मार्च- 5 लाख इनामी नक्सली संगठन के सब जोनल कमांडर शीतल मोची की गिरफ्तारी
17 मार्च- TSPC उग्रवादी संगठन का सब जोनल कमांडर कुलदीप मेहता गिरफ्तार
19 मार्च- प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी का जोनल कमांडर 10 लाख का इनामी बैजनाथ गिरफ्तार
20 मार्च- TSPC का 5 लाख का इनामी उग्रवादी सबजोनल कमांडर दशरथ उरांव का सरेंडर
बहरहाल इस साल की शुरूआत ही लातेहार में सुरक्षाबलों के लिए काफी अच्छी हुई है. नक्सलियों को खदेड़ने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी और सरेंडर का सिलसिला जारी है. सुरक्षाबलों को उम्मीद है कि जल्द ही इस क्षेत्र को नक्सलियों से मुक्त करा लिया जाएगा.
रिपोर्ट : गोपी कुमार सिंह
HIGHLIGHTS
- लाल आतंक पर नकेल
- सुरक्षाबलों ने तोड़ी नक्सलियों की कमर
- ताबड़तोड़ एक्शन से बदल रही तस्वीर
- एक के बाद एक गिरफ्तारी और सरेंडर
Source : News State Bihar Jharkhand