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एडीजे अष्टम उत्तम आनंद मौत मामले में पुलिस ने अपनी कार्रवाई की तेज

यह पहली बार है, जब बड़े पैमाने पर अपराधियों को हिरासत में लिया गया है. इस दौरान छोटे-बड़े अपराधों में संलिप्त करीब 100 से ज्यादा  अपराधियों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है.

Updated on: 01 Aug 2021, 11:19 PM

highlights

  • पुलिस के द्वारा लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा है
  • पुलिस की यह ताबड़तोड़ छापामारी अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है
  • जिले के कई थाना के थाना प्रभारी समेत पुलिस कर्मियों को अभियान में लगाया गया है

धनबाद:

जिला के एडीजे अष्टम उत्तम आनंद मौत मामले में पुलिस ने अपनी कार्रवई तेज कर दी है. पुलिस के द्वारा लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात से लेकर आज  छोटे - बड़े कई अपराधियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. मालूम हो कि जज कांड में ऑटो चालक लखन वर्मा व उसका साथी राहुल वर्मा को पुलिस घटना के दूसरे दिन ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. घटना के बाद से फरार चल रहा ऑटो मालिक रामदेव लोहार को शनिवार को पुलिस पाथरडीह के एक जंगल से गिरफ्तार करने में सफलता पाई. तीनो की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है.

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पुलिस की यह ताबड़तोड़ छापामारी अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. जिले के कई थाना के थाना प्रभारी समेत पुलिस कर्मियों को अभियान में लगाया गया है. धनबाद थाना क्षेत्र के अलावा सरायढेला, बैंक मोड़, धनसार समेत सभी पुलिस अंचलों एवं ओपी स्तर तक में रात भर छापेमारी की गई है. यह पहली बार है, जब बड़े पैमाने पर अपराधियों को हिरासत में लिया गया है. इस दौरान छोटे-बड़े अपराधों में संलिप्त करीब 100 से ज्यादा  अपराधियों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है.

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झारखंड के धनबाद में न्यायाधीश उत्तम आनंद की एक वाहन से कथित तौर पर कुचलने से मौत के मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों को पांच दिन की हिरासत में भेजे जाने के बीच शुक्रवार को वकीलों ने इस घटना के विरोध में राज्यभर में कार्य बहिष्कार किया. वकीलों ने पूर्व में एक वकील की हत्या को लेकर भी अपना गुस्सा जताया था. राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए 30,000 से अधिक वकीलों ने राज्य में अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागू करने की मांग की. वहीं, उच्चतम न्यायालय ने धनबाद में एक न्यायाधीश की 28 जुलाई की सुबह में एक वाहन से कथित तौर पर कुचलने की 'वीभत्स घटना में दुखद मौत' पर शुक्रवार को स्वत: संज्ञान लिया और मामले की जांच की प्रगति के बारे में झारखंड के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से एक हफ्ते के भीतर स्थिति रिपोर्ट मांगी.