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धनबाद में पानी के लिए मचा हाहाकार, 'हर घर नल योजना' भी नहीं आ रही काम

एक तरफ जहां सरकार की ओर से हर घर नल योजना चलाकर स्वच्छ पानी पहुंचाने की कवायद की जा रही है. वहीं, गर्मी का मौसम आते ही पानी की समस्या गहराते जा रही है.

Updated on: 26 Apr 2023, 12:23 PM

highlights

  • पानी के लिए मचा हाहाकार
  • पीने के पानी का गहराया संकट!
  • 'हर घर नल योजना' भी नहीं आ रही काम
  • कैसे बुझेगी लोगों की प्यास?

Dhanbad:

एक तरफ जहां सरकार की ओर से हर घर नल योजना चलाकर स्वच्छ पानी पहुंचाने की कवायद की जा रही है. वहीं, गर्मी का मौसम आते ही पानी की समस्या गहराते जा रही है. धनबाद के गोविंदपुर प्रखंड में स्थिति कुछ ऐसी ही है. यहां के छोटा पिछड़ी पंचायत में जल संकट गहराता जा रहा है. इस पंचायत में पेयजल समस्या की वजह से लोग प्यास बुझाने के लिए कुआं का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

पीने के पानी का गहराया संकट

भीषण गर्मी अप्रैल के महीने में ही इन लोगों के गले को सूखा रही है. जबकि मई और जून के महीने अभी आने वाले हैं. धनबाद के गोबिंदपुर प्रखंड की छोटा पिछड़ी पंचायत में इन दिनों पूरे गांव के लोगों के बीच पानी को लेकर हाहाकार मचा है. जबकि सरकार की ओर से हर घर नल योजना के तहत इस गांव में चार सोलर जल मीनार बनाई गई है, लेकिन इसकी स्थिति जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे. कहने का मतलब ये है कि ये हाथी के दांत दिखाने की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं. ये सभी सोलर मीनार पिछले छह महीने से खराब पड़े हैं. अब बात करें चापाकल की तो पूरे गांव में 6 चापाकल भी लगे हैं, लेकिन इनकी स्थिति भी दयनीय ही है. जिसकी वजह से गांव के बच्चे, युवा और बुजुर्ग पानी के लिए तरस रहे हैं.

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कैसे बुझेगी लोगों की प्यास?

पानी के लिए गांव के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं. मजबूरन ये लोग कुएं से पानी निकालकर उसका गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं. हालांकि इन्होंने इस परेशानी को उन्होंने अपने गांव के मुखिया से भी शेयर किया और पानी की समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई है. पानी के संकट को लेकर सभी उच्च अधिकारियों को आवेदन तक दिया, लेकिन उस आवेदन की सुध लेने वाला अभी तक कोई भी प्रशासनिक अमला आगे नहीं आया है. ऐसे में ग्रामीण कुएं का गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं. अब सवाल ये उठता है कि गंदे पानी से अगर गांव के लोग बीमारी से ग्रसित होते हैं तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा ? अब जरूरत है कि प्रशासन इनकी समस्याओं का जल्द समाधान करे ताकि इन्हे पानी के लिए दर-दर भटकना न पड़े.

रिपोर्ट : नीरज कुमार