मिशन 24 की सियासत को साधने के लिए बीजेपी ने झारखंड में ना सिर्फ नेताओं की फौज उतार दी है बल्कि कार्यक्रमों की फेहरिस्त के बीच टिफिन पॉलिटिक्स को भी अपना चुकी है. सवाल ये कि क्या झारखंड में बीजेपी, अब टिफिन पॉलिटिक्स के जरिए केंद्र और राज्य की सत्ता हासिल करने की तैयारी में जुट गई है. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से निर्देश आया है कि पार्टी के नेताओं को अब अपने कार्यक्रमों की फेहरिस्त में टिफिन पॉलिटिक्स को भी अपनाना है, तो पार्टी के नेता से लेकर कार्यकेता तक जी जान से टिफिन पॉलिटिक्स को सफल बनाने में जुट गए हैं. बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने बताया कि बीजेपी के बैठकों में अब अपने अपने घर से टिफिन लेकर आना है. व्यवस्था बनाई गई है कि कार्यकर्ता से लेकर नेता तक अपने अपने घर से टिफिन लेकर आए और सामूहिक रूप से खाए. इससे भाव भी पैदा होगी, इससे वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान भी होगा.
बीजेपी ने शुरू की टिफिन पॉलिटिक्स
वहीं, बीजेपी प्रदेश महामंत्री ने प्रदीप वर्मा ने कहा कि पार्टी के नए पुराने को-कार्यकर्ता जो भी हैं, सबके साथ बैठ कर एक साथ, सबके घर से बन कर आई हुई टिफिन से जो आत्मीयता पैदा होता है, उसको ध्यान में रख कर पार्टी ने ये कार्यक्रम बनाया है. सभी 81 विधानसभा में पार्टी के कार्यकर्ता आपस में बैठ कर घरों से आए टिफिन को एक साथ खाते हैं. ये एक नया प्रयोग है, इससे आत्मीयता बढ़ती है. बीजेपी के हर पॉलिटिक्स और सियासी चाल पर उनके विरोधियों की पैनी नजर होती है. तभी तो टिकट पॉलिटिक्स पर जे एम एम सांसद विजय हंसदा ने बीजेपी के टिफिन पॉलिटिक्स पर पूछा कि हम सबसे पहले ये जानना चाहते हैं कि वो टिफिन कहां से आ रहा है, वो टिफिन झारखंड से ही है या कहीं बाहर से है. देखा जाता है कि ये जहां टिफिन बैठ कर खाते हैं, वो वहां के बजाय बाहर की होती है और ये वाली टिफिन यहां चलने वाली नहीं है.
मिशन 24 के लिए तैयार पार्टियां
वहीं, मंत्री हफीजुल ने भी दो टूक कहा कि बीजेपी के लोगों ने काम तो कुछ किया नहीं है, पर उनका नया नया फंडा आता रहता है. ताकि लोग आकर्षित हो सके. नया-नया चीज लेकर अपने कार्यकर्ता को भी दिग्भ्रमित करते हैं और जनता को भी भरमाते हैं. उनके टिफिन पॉलिटिक्स से सत्ता नहीं मिल सकती, काम से सत्ता मिलती है. काम से वोट मिलता है, जनता जाग उठी है. बात झारखंड के सियासत की करें तो साल 2024 जिसे तमाम सियासी पार्टियों ने मिशन 24 का नाम दिया है.
2024 में झारखंड में लोकसभा और विधानसभा दोनों के चुनाव होने हैं. बीजेपी के सामने जहां लोकसभा की वर्तमान सीटों को बचाते हुए सभी 14 सीट पर कब्जा जमाने की चुनौती है, तो झारखंड की सत्ताधारी दल के सामने अधिक से अधिक लोकसभा की सीट जीत कर दिल्ली की गद्दी पर काबिज होने से बीजेपी को रोकना है.
HIGHLIGHTS
- बीजेपी ने शुरू की टिफिन पॉलिटिक्स
- चुनाव से पहले पार्टी का नया प्रयास
- मिशन 24 के लिए तैयार पार्टियां
Source : News State Bihar Jharkhand