Mahakumbh Stampede: 'पता नहीं था कि ये आखिरी कॉल होगा'..सुहाग की मौत पर पत्नी ने बयां किया दर्द

Mahakumbh Stampede: प्रयागराज में बुधवार को मची भगदड़ में कई लोगों की मौत होने के बाद से मातम पसर गया है. किसी का बेटा, तो किसी का पिता तो कहीं किसी ने अपना सुहाग गंवा दिया. इस बीच झारखंड से आए एक बैंककर्मी की मौत के बाद उनकी पत्नी ने अपना दर्द बयां किया.

Mahakumbh Stampede: प्रयागराज में बुधवार को मची भगदड़ में कई लोगों की मौत होने के बाद से मातम पसर गया है. किसी का बेटा, तो किसी का पिता तो कहीं किसी ने अपना सुहाग गंवा दिया. इस बीच झारखंड से आए एक बैंककर्मी की मौत के बाद उनकी पत्नी ने अपना दर्द बयां किया.

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Yashodhan.Sharma
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Mahakumbh stampede news

Mahakumbh stampede news Photograph: (news nation)

Jharkhand News: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में बुधवार (29 जनवरी) को मची भगदड़ में कई लोगों की जान चली गई. किसी का बेटा, तो किसी का पिता तो कहीं किसी का सुहाग उजड़ गया. इस दुखद हादसे में झारखंड के घाटशिला के मुसाबनी प्रखंड के शिवराज गुप्ता (58 वर्ष) भी शामिल थे, जिनकी मौत हो गई. रिपोर्ट के मुताबिक शिवराज गुप्ता 25 जनवरी को मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर संगम में स्नान करने के लिए अपने साथियों के साथ पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि इस दल में महिला पुरुष समेत कुल 16 सदस्य थे.  

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पता नहीं था ये आखिरी कॉल होगा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मृतक शिवराज की पत्नी को इस दुखद घटना के बारे में बुधवार को दोपहर लगभग 1 बजे मालूम चला. उन्होंने बताया कि मंगलवार रात लगभग 11 बजे पति से मोबाइल पर आखिरी बार बात हुई थी. उन्होंने फोन पर बताया था कि वहां बहुत जाम है, इसके चलते उन्हें संगम तक पहुंचने के लिए 21 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा. जिसमें 20 किलोमीटर वे और उनके साथियों का जत्था चल चुका था. पूनम ने कहा कि पति से बात करने के बाद वो सुकून से सो गईं, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि ये आखिरी कॉल होगा. उन्होंने आगे कहा कि जब सुबह जागीं तो टीवी और मोबाइल के माध्यम से पता चला कि प्रयागराज के संगम में भगदड़ मच गई है. इससे उनका दिल बैठने लगा और वह बेचैन होने लगीं, जिसके चलते उन्होंने कई बार पति को फोन लगाया.

दोपहर 1 बजे मिली दुखद सूचना

पूनम ने बताया कि उन्होंने फोन लगाया लेकिन कनेक्ट नहीं हुआ. हालांकि, वह बार-बार कोशिश करती रहीं. इसके बाद पति शिवराज के साथियों को फोन लगाया, तो किसी ने फोन नहीं उठाया. दोपहर 1 बजे पता चला कि कुंभ की भगदड़ में उनका सुहाग उजड़ गया है. पूनम और उनकी भाभी मंजू ने बताया कि हम दोनों को भी शिवराज ने साथ चलने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने साथ जाने से मना कर दिया. शिवराज झारखंड स्टेट कॉपरेटिव बैंक में कार्यरत थे. उनके 2 बच्चे हैं. बेटी स्वर्णा दिल्ली में और बेटा शिवम बेंगलुरु में काम करते हैं.

दम घुटने से मौत

शिवराज की पत्नी पूनम ने आगे कहा कि उनके पति को सांस की बीमारी थी. जब संगम में स्नान करने के लिए देर रात पहुंचे थे, उसी दौरान भगदड़ मचना शुरू गई. शिवराज के दाहिने हाथ को उनके दोस्त कमल मंडल और बाएं हाथ को राज श्रीवास्तव ने पकड़ रखा था. इसी दौरान भगदड़ में दोनों साथियों का हाथ छूट गया और शिवराज जमीन पर गिर गए. इस दौरान उनका दम घुट गया, जिसके चलते उनकी जान चली गई. 

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