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भाजपा झारखंड की सीटों पर जीत के लिए मोदी के करिश्मे पर निर्भर

झारखंड की चतरा, पलामू और लोहरदगा लोकसभा सीट पर दोबारा जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूरी तरह से नरेंद्र मोदी के करिश्मे पर निर्भर है. यहां इन सीटों पर चौथे चरण के अंतर्गत 29 अप्रैल को चुनाव होंगे.

Updated on: 27 Apr 2019, 10:22 PM

नई दिल्ली:

झारखंड की चतरा, पलामू और लोहरदगा लोकसभा सीट पर दोबारा जीत हासिल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूरी तरह से नरेंद्र मोदी के करिश्मे पर निर्भर है. यहां इन सीटों पर चौथे चरण के अंतर्गत 29 अप्रैल को चुनाव होंगे.

राजनीतिक गणना और मतदाताओं की असंतुष्टि को ध्यान में रखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को लोहरदगा में एक रैली में अपने नाम पर वोट मांगे. उन्होंने कहा, "मेरी सरकार समाज के सभी वर्गो के लिए काम करती है, बिना यह विचार किए कि वे मंदिर, मस्जिद, चर्च या गुरुद्वारा जाते हैं."

उन्होंने मतदाताओं को यह भी याद दिलाया कि सरकार ने केरल की 44 नर्सो को निकालने और अफगानिस्तान से एक पादरी को बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने आईएएनएस से कहा, "हमें उम्मीद है कि मोदी और अमित शाह की रैली का मतदाताओं पर असर पड़ेगा और पार्टी फिर से इन तीनों सीटों पर जीत दर्ज करेगी. मतदाता चाहते हैं कि मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनें."

अमित शाह यहां चुनाव प्रचार के अंतिम दिन शनिवार को चतरा में एक रैली संबोधित करेंगे.

चतरा में, मतदाता गुस्से में और असंतुष्ट हैं. वे इस बात से दुखी हैं कि मौजूदा सांसद सुनील सिंह ने बीते पांच वर्षो में एक बार भी क्षेत्र का दौरा नहीं किया. यहां लोगों के बीच गुस्सा इतना ज्यादा था कि सिंह को वोट मांगने के बदले माफी मांगनी पड़ी.

यहां तक कि मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भी इसके लिए खेद जताया. सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने सिंह के टिकट को रोक दिया था, लेकिन उन्होंने पार्टी में राजपूत लॉबी की बदौलत टिकट पाने में कामयाबी पाई.

हालांकि सिंह इस सीट पर दोबारा जीत सकते हैं, क्योंकि भाजपा विरोधी वोट में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के बीच बंटवारा होने की संभावना है. राजद ने सुभाष यादव को यहां से टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने मनोज यादव को टिकट दिया है.

पलामू में, भाजपा के मौजूदा सांसद और झारखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक वी.डी. राम यहां राजद के घुरम राम का सामना कर रहे हैं. वी.डी. राम को सुरक्षित उम्मीदवार माना जा रहा है क्योंकि वह लगातार क्षेत्र के लोगों के संपर्क में रहते हैं.

लोहरदगा में, कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर है. 2014 में मोदी लहर के बावजूद भाजपा के उम्मीदवार सुदर्शन भगत केवल 6,000 मतों के अंतर से जीत सके थे. भगत को 2,26,666 मत तो कांग्रेस के रामेश्वर राव को 2,20,177 मत मिले थे.

कांग्रेस को लोहरदग्गा और चतरा दोनों सीटों पर जीत दर्ज करने की उम्मीद है. झारखंड कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक दुबे ने आईएएनएस से कहा, "गठबंधन लोकसभा की सभी तीन सीटों पर कब्जा जमाएगी. मोदी की रैली का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. मतदाताओं ने अपना मन बना लिया है."

आश्चर्यजनक रूप से, अबतक इन सीटों के लिए कांग्रेस के किसी भी केंद्रीय नेता या जाने-पहचाने चेहरे ने चुनाव प्रचार नहीं किया है.