सावन का पावन महीना चल रहा है. हर कोई भगवान शिव की आराधना में लीन है. चमत्कार को नमस्कार करना हमारे समाज का चलन है. फिर चाहे विश्वास को लेकर हो या अंधविश्वास को लेकर, कुछ ऐसा ही नजारा लातेहार जिले के धर्मपुर स्थित शिव मंदिर में देखने को मिला. जिसे लोग चमत्कार कहने लगे. क्या है ये चमत्कार, जो जिले में कौतूहल का विषय बन गया है. बाबा भोलेनाथ का पावन महीना चल रहा है. शिवालयों में कतार है. इस बीच लातेहार के शिवमंदिर में कुछ ऐसा चमत्कार दिखा, जिसे देख श्रद्धालु भी हैरान रह गए. अब आप इसे आस्था कहें या अंधविश्वास, लेकिन ग्रामीण तो इसे चमत्कार मान चुके हैं.
दरअसल, धर्मपुर के शिव मंदिर में श्रद्धालु सावन की पहली सोमवारी को लेकर पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे थे. भोले नाथ की पूजा के बाद जैसे ही श्रद्धालुओं ने नंदी जी पर जल चढ़ाया तो पाया कि पानी नंदी जी की मूर्ति में समा रही है. श्रद्धालुओं ने दावा किया कि एक बूंद पानी भी बाहर नहीं गिर रहा था. जिसके बाद से पूरे जिले में इस शिव मंदिर की चर्चा होने लगी. लोग जल और दूध लेकर मंदिर पहुंचने लगे और नंदी जी को जल पिलाने लगे. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
आस्था या अंधविश्वास?
शिव मंदिर के चमत्कार की कहानी यही खत्म नहीं हुई. दरअसल, इसी मंदिर में भगवान शिव के साथ रखा हुआ त्रिशूल अचानक हिलने लगा. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 10 से 15 मिनट तक भगवान शिव का त्रिशूल बिना किसी के छुए ही हिलता रहा. पहले तो लोगों ने सोचा कि हवा से त्रिशूल हिल रहा है, लेकिन हवा भी नहीं चल रही थी. ऐसे में लोग इसे चमत्कार बताने लगे और भगवान शिव के गगनभेदी नारो से पूरा मंदिर परिसर गूंजने लगा. त्रिशूल हिलने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा और गांव से लेकर शहर तक इस मंदिर की चर्चा होने लगी.
शिवमंदिर में चमत्कार या कुछ और?
इधर, इस मंदिर की स्थापना करने वाली उर्मिला मिश्रा भी वाकये से हैरान हैं. वहीं, मंदिर के पुजारी बृजेश मिश्रा का कहना है कि ये लोगों की आस्था है और चमत्कार भी है. वीडियो वायरल होने के बाद लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है. मंदिर में लोगों की भीड़ जमा हो रही है. बहरहाल, इस पूरे मामले को हर कोई चमत्कार से जोड़कर देख रहा है, तो वहीं कुछ लोग इसे आस्था का प्रतीक मान रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- आस्था या अंधविश्वास!
- क्या नंदी जी पी रहे हैं पानी?
- शिवमंदिर में चमत्कार या कुछ और?
Source : News State Bihar Jharkhand