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अंतिम जोहार 'टाइगर': पंच तत्व में विलीन हुए जगरनाथ महतो, बेटे अखिलेश महतो ने दी मुखाग्नि

आज उन्हें अंतिम विदाई दी गई. उनके बेटे अखिलेश महतो ने उन्हें मुखाग्नि दी. टाइगर नाम से मशहूर जगरनाथ महतो की अंतिम यात्रा में सूबे के सीएम हेमंत सोरेन, विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र महतो, झारखंड कांग्रेस प्रभारी समेत तमाम राजनीतिक हस्तियां शामिल हुई.

Updated on: 07 Apr 2023, 07:41 PM

highlights

  • पंच तत्व में विलीन हुए जगरनाथ महतो
  • बेटे अखिलेश ने दी मुखाग्नि
  • सीएम हेमंत सोरेन समेत तमाम हस्तियां रहीं मौजूद
  • दामोदर नदी के तट पर किया गया अंतिम संस्कार

Bokaro:

झारखंड सरकार में शिक्षामंत्री रहे जगरनाथ महतो का गुरुवार को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया था. आज उन्हें अंतिम विदाई दी गई. उनके बेटे अखिलेश महतो ने उन्हें मुखाग्नि दी. टाइगर नाम से मशहूर जगरनाथ महतो की अंतिम यात्रा में सूबे के सीएम हेमंत सोरेन, विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र महतो, झारखंड कांग्रेस प्रभारी समेत तमाम राजनीतिक हस्तियां शामिल हुई. जगरनाथ महतो का बोका के भंडरीदह स्थित दामोदर नदी के किनारे पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. सीएम हेमंत सोरेन ने जगरनाथ महतो के अंतिम यात्रा के दौरान की तस्वीरों को ट्वीट करते हुए लिखा, 'अंतिम जोहार जगरनाथ दा! झारखण्डी अस्मिता की रक्षा के लिए आपके विचार, आपके सिद्धांत और आपका मार्गदर्शन हमें हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे. आपके सभी अधूरे सपने पूरे होंगे. आप बहुत याद आयेंगे फाइटर टाइगर!
माटीपुत्र जगरनाथ महतो अमर रहें!'

 

सीएम हेमंत सोरेन ने स्वर्गीय जगरनाथ महतो के परिजनों से उनके अंतिम संस्कार के बाद मुलाकात की और कहा कि पूरी पार्टी व वो खुद उनके साथ हैं और रहेंगे. सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया, 'आप चिंता न करें, मैं हूँ न. पूरा झामुमो परिवार हमेशा आपके और आपके परिवार के साथ खड़ा रहेगा.  माटीपुत्र जगरनाथ महतो अमर रहें.'

काफी समय से थे बीमार

बता दें कि जगरनाथ महतो काफी समय से बीमार चल रहे थे. उन्होंने चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में गुरुवार की सुबह 8.40 बजे में अंतिम सांस ली. आपको बता दें कि जगरनाथ महतो लंबे समय से बिमार चल रहे थे. हाल ही में उन्हें बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर चेन्नई भेजा गया था. 56 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. महतो को झारखंड में 'टाइगर' कहा जाता था. महतो ने झारखंड आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी. उनका जन्म 1 जनवरी 1967 को हुआ था. इस खबर के बाद से ही झारखंड में शौक की लहर है. महतो के निधन पर तमाम राजनीतिक दलों ने दुख व्यक्त किया है. महतो डूमरी से जेएमएम के विधायक थे. 

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दो दिन का राजकीय शोक

मंत्री जगरनाथ महतो के निधन पर राज्य सरकार ने राजकीय शोक घोषित किया. दो दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया. झारखंड सरकार की तरफ से 6 और 7 अप्रैल को राजकीय शोक घोषित किया गया. आज राज्य सरकार के सभी सरकारी कार्यालय बंद घोषित किए गए. दो दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा, किसी तरह का राजकीय समारोह नहीं किया जायेगा.

पूर्व सीएम ने दी श्रद्धांजलि 

झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने भी दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि झारखंड सरकार के मंत्री श्री जगरनाथ महतो जी के चेन्नई के अस्पताल में निधन की बेहद दुःखद सूचना मिली है. लंबे समय से बीमारी को हराते हुए योद्धा की भांति डंटे रहने वाले जगरनाथ जी का चले जाना पूरे झारखंड के लिए अत्यंत दुखदायी है. राजनैतिक भिन्नताओं के बावजूद व्यक्तिगत रूप से उनकी जीवटता का मैं सदैव प्रशंसक रहा हूं. ईश्वर उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें. भावभीनी श्रद्धांजलि ॐ शांति ॐ शांति.

स्वास्थ्य मंत्री का शोक संदेश

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शोक संदेश में कहा कि आज हम सभी ने अपना अभिभावक, झारखंड ने एक आंदोलनकारी और राज्य की जनता ने एक लोकप्रिय नेता खो दिया. उन्होंने एक अभिभावक के रूप में हमेशा मुझे मार्गदर्शन दिया, कोरोना काल में उनके कार्य कुशलता ने हम सभी को प्रोत्साहित किया, खुद कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी और लड़ाई लड़ते रहे, आज भले ही वे मौत से हार गए लेकिन टाइगर हमेशा जिन्दा था जिन्दा रहेगा अपने कर्मो से. झारखंड आंदोलनमें उनकी महत्वपूर्ण भूमिका था,राज्य की जनता की सेवा के लिए वे हमेशा उपलब्ध रहते थे. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार और समर्थकों को दुःख सहन करने की शक्ति दे. अलविदा जगरनाथ दा.