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लोगों को समझाने की कोशिश की जा रही है.( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)
झारखंड में कुर्मी समाज को एसटी सूची में शामिल करने की मांग को लेकर ट्रैक जामकर कुर्मी समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. झारखंड, पश्चिम बंगाल और उडिशा के सीमावर्ती इलाके में रेलवे ट्रैक को जाम कर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि कई बार रेल प्रशासन की ओर से लोगों को समझाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन प्रदर्शनकारियों पर इसका कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है. जाम का असर जमशेदपुर में भी देखने को मिल रहा है. रेलवे ट्रैक जाम होने के कारण टाटानगर से खुलने वाली स्टील एक्सप्रेस, इस्पात एक्सप्रेस, हावड़ा- मुंबई गीतांजलि एक्सप्रेस, पुरी पुरुषोत्तम नई दिल्ली एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस और हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस सहित 1 दर्जन से ज्यादा ट्रेन रद्द कर दी गई है. आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
वहीं, 1 दर्जन से ज्यादा ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है. ट्रैक जाम का सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल के खड़कपुर रेल डिवीजन और चक्रधरपुर रेल डिविजन पर देखने को मिल रहा है. आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे से जाम है. लोग परेशान हैं, लेकिन प्रशासन जाम हटाने को लेकर कोई ठोस कोशिश नहीं कर रहा है ताकि ट्रैक को खाली कराकर ट्रेन को सुचारू रूप से शुरू कराया जा सके.
क्या है कुर्मी समाज की मांग
जानकारी के अनुसार 1950 में पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा में 12 जातियों को आदिवासी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था. उस समय कुर्मी जाति को इससे बाहर रखा गया था. जिसके चलते उन्हें विभिन्न आरक्षण प्रणालियों से बाहर कर दिया गया है. कुर्मी जाति के लोग 72 सालों से आदिवासी के रूप में सूचीबद्ध करने की मांग कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau