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झारखंड : श्रावणी मेले की व्यवस्था देख श्रद्धालुओं बोले- अगले साल फिर आऊंगा

श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार का कष्ट न हो इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा श्रावणी मेला शुरू होने से पूर्व श्रद्धालुओं के लिए की जाने वाली सभी व्यवस्थाओं का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया था.

Updated on: 09 Aug 2019, 11:44 AM

झारखंड/दुमका:

मासव्यापी श्रावणी मेला अपने आखरी पड़ाव पर है. आज से ठीक 6 दिन बाद श्रावणी मेला का समापन होगा. इन दिनों अब तक देश-दुनिया से लाखों श्रद्धालुओं ने वासुकिनाथ आकर बाबा पर जलार्पण किया. श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार का कष्ट न हो इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा श्रावणी मेला शुरू होने से पूर्व श्रद्धालुओं के लिए की जाने वाली सभी व्यवस्थाओं का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया था. श्रद्धालुओं के निःशुल्क आवासन हेतु 1600 क्षमता वाले भव्य टेंट सिटी का निर्माण तीन अलग-अलग जगहों पर किया गया था. साथ ही जिला प्रशासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा भी निःशुल्क आवासन केंद्र की व्यवस्था की गयी थी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर खोला गया था. सफाई और स्वच्छता पर भी विशेष जोर दिया गया था.

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श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई कठनाई नहीं हो इसे ध्यान में रखते हुए दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी, उप विकास आयुक्त वरुण रंजन सहित जिला प्रशासन की पूरी टीम ने श्रद्धालुओं से बात की. श्रद्धालुओं ने कहा कि स्वच्छता चारों ओर दिखाई दे रही थी. सभी अधिकारियों एवं सुरक्षा बलों के जवानों का व्यवहार बहुत ही विनम्र था. श्रद्धालुओं ने कहा मंदिर प्रांगण और बाबा पर जलार्पण का वह चंद क्षण हमें अपनापन इस शहर से महसूस कराता है. प्रशासन द्वारा की गयी व्यवस्था शानदार और जबरदस्त है. हम सभी ने बड़ी आसानी से बाबा पर जलार्पण किया. शिवगंगा में की गयी व्यवस्था भी काबिले तारीफ है. टेंट सिटी के व्यवस्था की जितनी भी प्रशंसा की जाय कम है. कई श्रद्धालुओं ने कहा कि जिला प्रशासन, और सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा श्रद्धालुओं के लिए की गयी निःशुल्क आवासन की व्यवस्था का कोई तोड़ नहीं है.

श्रद्धालुओं ने कहा कि इतनी साफ-सफाई और हवादार पंडाल पहले कभी नहीं देखा. मयूराक्षी कला मंच अगर हमारी थकान को कम करता है तो यह आवासन केंद्र की साफ सफाई हमें एक अच्छी नींद लेने में मदद करता है. काशी से आये श्रद्धालु सोम जी ने कहा कि वासुकिनाथधाम की व्यवस्था और यहां के लोग बहुत अच्छे हैं. मैं अब प्रत्येक वर्ष जरूर आऊंगा. बिहार से आये नीरज सिंह ने कहा कि जलार्पण के बाद मैं जब विश्राम करने टेंट सिटी पहुंचा तो लगा कुछ दिन यहीं रुक जाऊं लेकिन आने वाले श्रद्धालुओं को तकलीफ न हो इस वजह से मुझे जाना पड़ेगा. प्रशासन द्वारा की गयी व्यवस्था में खामी निकालना थोड़ा मुश्किल है. मैं अगले वर्ष पूरे परिवार के साथ वासुकिनाथधाम आऊंगा.

नेपाल से आये श्रद्धालु चेतन ने कहा कि बाबा धाम आता था लेकिन यहां के व्यवस्था की जानकारी नहीं थी. पहली बार आया हूं, सोशल मीडिया के माध्यम से यहां के व्यवस्थाओं की जानकारी मिली. मैं देवघर से ट्रेन के माध्यम से आया और बड़ी आसानी से बाबा पर जलार्पण किया. मैं यहां आकर बहुत खुश हूं, अब हर साल मेरा आना पक्का है.