रांची में हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने युवा आक्रोश रैली निकाली थी, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ जमकर झड़प हुई थी. इसे लेकर अब प्रशासन की ओर से एक्शन लिया गया है. इस मामले में झारखंड बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधानसभा में नेता विपक्ष अमर कुमार बाउरी, केंद्रीय मंत्री संजय सेठ और पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत 12 हजार 51 BJYM कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
51 नामजद के खिलाफ केस दर्ज
मिली जानकारी के अनुसार मजिस्ट्रेट के बयान के आधार पर रांची के लालपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. थाना प्रभारी रूपेश कुमार सिंह के मुताबिक 51 नामजद और 12 हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. बता दें कि शुक्रवार को रैली के दौरान BJYM कार्यकर्ताओं पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को सभी जिला मुख्यालयों और पुलिस स्टेशनों पर प्रदर्शन किया था. पुलिस ने BJYM कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछार की और रबर की गोलियां चलाईं. दोनों पक्षों ने दावा किया कि हाथापाई में कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल हो गए.
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हेमंत सरकार के खिलाफ हुआ था प्रदर्शन
दरअसल, भारतीय जनता युवा मोर्चा ने झारखंड में बेरोजगारी, सरकारी नौकरी की परीक्षाओं में धांधली, रिजल्ट में देर, अनुबंध कर्मियों के स्थायीकरण जैसे सवालों को लेकर रैली निकाली थी. इस युवा आक्रोश रैली का आयोजन रांची के मोरहाबादी मैदान में हुआ था. इस दौरान राज्यभर में भारी संख्या में युवा और भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे थे.
रैली को संबोधित करते हुए झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने युवाओं से जितने भी वादे किए थे, उनमें से एक भी पूरे नहीं हुए. उन्होंने कहा कि एक साल में पांच लाख युवाओं को नौकरी और बेरोजगारी को पांच से सात हजार रुपये का बेरोजगारी भत्ता देंगे और अगर यह वादा पूरा नहीं होता है तो राजनीति से संन्यास ले लेना. आज इस रैली में युवा हेमंत सोरेन के झूठे वादों का हिसाब मांगने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि अगर हेमंत सोरने में थोड़ी सी भी नैतिकता बची है तो उन्हें राज्य के युवाओं से माफी मांगनी होगी.