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लॉकडाउन में अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस ने दिखाई सख्ती, 60 आरोपी गिरफ्तार

झारखंड में कोरोना को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए पुलिस ने कठोर रुख अख्तियार कर लिया है.

Updated on: 16 Apr 2020, 10:43 AM

रांची:

झारखंड में कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए पुलिस ने कठोर रुख अख्तियार कर लिया है. झारखंड पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि अफवाह फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों को किसी हाल में नहीं छोड़ा जाएगा. झारखंड में लॉकडाउन के दौरान अफवाह और दुष्प्रचार के आरोप में अब तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. झारखंड (Jharkhand) के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एम.वी. राव ने मंगलवार को ने ट्वीट कर कहा है कि राज्य में किसी अफवाह फैलाने या सांप्रदायिक सौहार्द्र खराब करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा.

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डीजीपी ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में लॉकडाउन लागू होने के बाद से अब तक अफवाह और दुष्प्रचार के आरोप में विभिन्न थानों में 78 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 118 आरोपियों में 60 को गिरफ्तार कर किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि इसमें सबसे अधिक नौ-नौ मामले रांची और पलामू में दर्ज किए गए हैं.

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उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के दौरान विधि व्यवस्था के साथ-साथ अफवाह व धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने वाले सोशल मीडिया पोस्ट पुलिस के लिए चुनौती बन रहे हैं. झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में अफवाहों का बाजार गर्म है. राव ने कहा है कि अफवाह या नफरत फैलाने वालों पर पुलिस की खास नजर है. पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर बनाए हुए है.

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