गढ़वा शहर के कचहरी रोड पर मौजूद मां लक्ष्मी क्लीनिक में 20 मार्च को हुई महिला के प्रसव के दौरान संदेहास्पद मौत के मामले में दो माह के बाद कार्रवाई करते हुए सील कर दिया है. क्लीनिक को सील करने पहुंची टीम में सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार, सीओ मयंक भूषण, थाना प्रभारी चंदन कुमार शामिल थे. जानकारी के अनुसार मृतक मझिआंव थाना क्षेत्र के मझिआंव गांव के विशाल कुमार चंद्रवंशी की पत्नी को 20 मार्च को प्रसव के लिए मां लक्ष्मी क्लीनिक में भर्ती कराया गया था.
महिला की संदिग्ध मौत मामले में एक्शन
इस मामले में परिजनों ने आरोप लगाया था कि महिला को प्रसव पीड़ा हो रहा था. जिसके बाद सहिया के कहने पर सभी मां लक्ष्मी क्लीनिक के पास पहुंचे. जहां चिकित्सक ने मरीज को भर्ती कराने के बाद उसे ऑपरेशन कराने की सलाह दी. इसके बाद इलाज के दौरान कुछ देर के बाद महिला को होश नहीं आया. जिसके बाद मां लक्ष्मी क्लीनिक के चिकित्सकों ने ये कहते हुए महिला को रेफर कर दिया गया कि आपका मरीज काफी सीरियस है.
2 महीने बाद क्लीनिक को किया गया सील
जिसके बाद मरीज के परिजनों ने तत्काल एंबुलेंस से लेकर महिला को बेहतर इलाज के लिए रांची ले जाने लगे. जिसके बाद उसकी हालत और गंभीर हो गई. मरीज के परिजन वापस मरीज को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने नेहा कुमारी को मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद मरीज के परिजनों ने मां लक्ष्मी क्लीनिक पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया. मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है. इस मामले में सिविल सर्जन ने कहा कि अभी क्लिनिक को सील किया गया है. जांच में दोषी पाए जाएंगे तो कार्रवाई की जाएगी.
HIGHLIGHTS
- गढ़वा में प्रशासन का बड़ा एक्शन
- महिला की संदिग्ध मौत मामले में एक्शन
- 2 महीने बाद क्लीनिक को किया गया सील
Source : News State Bihar Jharkhand