झारखंड में दसवीं बोर्ड का पेपर लीक होने का मामला सामने आया है. इसमें कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस केस में छह लोगों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया है. यह छापेमारी में गिरिडीह के न्यू बरगंडा इलाके में बने दो घरों में हुई. बताया जा रहा है कि गिरिडीह जिले में स्ट्रांग रूम में भेजा गया पेपर एक छात्र ने चुराया था. गिरफ्तार को लेकर पूछताछ जारी है. पुलिस ने बताया कि पेपर लीक के मुख्य आरोपी को पकड़ लिया गया है.
350 रुपए में इस पेपर को बेचा गया
झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से ली गई दसवीं की परीक्षा में हिंदी और विज्ञान का पेपर आउट हो गया था. परीक्षा के पहले दोनों विषय के पेपर इंटरनेट पर वायरल हो रहे थे. कोडरमा के एक गिरोह ने व्हाट्सएप ग्रुप में 350 रुपए पर इस पेपर को बेचा गया.
काउंसिल ने दोनों परीक्षाओं को रद्द कर दिया
पेपर को देने के एवज में क्यूआर कोड से राशि की वसूली गई. इस दौरान परीक्षा में जारी हुए पेपर हूबहू मिल गए तो काउंसिल ने दोनों परीक्षाएं को रद्द कर दिया. मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार छह छात्रों से प्रारंभिक पूछताछ की है. इसमें प्रश्न पत्रों को ट्रक से उतारकर स्ट्रांग रूम तक लाने में कुछ छात्र भी लगे थे. उन्होंने ही ये पेपर चुरा लिया था. पुलिस ने इन छात्रों को हिरासत में ले लिया. बार में रूम में भी जांच की.
छात्रों ने जोरदार हंगामा किया
इस पूरे मामले की जांच को लेकर मंगलवार को डीजीपी अनुराग गुप्ता झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अधिकारियों के साथ बैठक की. सरकार ने इस मामले की जांच एसआईटी या सीआईडी को दी है. पेपर लीक के बाद छात्रों ने जोरदार हंगामा किया.
सीलबंद बंडल से पेपर चुराए
इस मामले में पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों को रांची से गिरिडीह लाए गए प्रश्नपत्रों की ढुलाई में लगाया गया था. इसी बीच मौका पाकर सीलबंद बंडल को ब्लेड की सहायता से काटा गया. इस कारण प्रश्नपत्र चुरा लिया गया. मोबाइल से पीडीएफ बनाकर पेपर को वायरल किया था.