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भक्तों ने भोले बाबा को इतना चढ़ाया चढ़ावा कि भोले बाबा हुए मालामाल

दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बासुकीनाथ स्थित प्रशासनिक भवन में प्रेस के प्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए कहा कि 17 जुलाई से अब तक शीघ्र दर्शनम से कुल 29,636 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया है जिससे मंदिर न्यास समिति को 93 लाख 71 हज़ार 700 रुपये प्राप्त हुए हैं.

Updated on: 31 Jul 2019, 10:01 AM

झारखंड/दुमका:

श्रावणी मेले के 14 वें दिन फौजदारी बाबा बासुकीनाथ हुये करोड़पति हो गए हैं. अबतक 12 लाख 94 हज़ार 284 लोगों ने बाबा बासुकीनाथ धाम में जलार्पण किया, जिसमे शीघ्रदर्शनम की संख्या 30 हज़ार जबकि बाह्य काउंटर से ढाई लाख शिवभक्तों ने जलार्पण किया. दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने बासुकीनाथ स्थित प्रशासनिक भवन में प्रेस के प्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए कहा कि 17 जुलाई से अब तक शीघ्र दर्शनम से कुल 29,636 श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया है जिससे मंदिर न्यास समिति को 93 लाख 71 हज़ार 700 रुपये प्राप्त हुए हैं. वहीं सभी मदों से कुल 1 करोड़ 28 लाख 69 हज़ार 11 रुपये अब तक प्राप्त हुए हैं. इन मदो में रुपयों के अलावा सोने चांदी के द्रव्य भी शामिल हैं.

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बिछड़े श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाया गया

इस वर्ष श्रावणी मेला में मंगलवार तक लगभग 2,03,208 लोगों बिछड़े हुए लोगों को आपने परिजनों से मिलाया गया. राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव वासुकिनाथ में आए दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा वासुकिनाथ पर जलार्पण करने देश के अलग-अलग राज्यों से आते हैं. श्रद्धालु जलार्पण करने के बाद वापस अपने घर को लौट जाते है पर उनमें से कुछ श्रद्धालु बिछड़ कर अपने घर को नहीं लौट पाते. ऐसे लोगों को मिलाने के लिए सावन मेला में बिछड़ों को मिलाने के लिए जिला प्रशासन ने खास अभियान चलाया है. यह अभियान वर्ष 2006 से शुरू किया गया था जो अबतक हर श्रावणी मेले में चल रहा है.

श्रद्धालुओं को बेहतर आवासन सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा मेला क्षेत्र में पांच निःशुल्क आवासन केंद्र बनाए गए हैं. सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा बनाये गए निःशुल्क आवासन केंद्रों को पूरी तरह से हवादार एवं रौशनी युक्त बनाया गया है जहां बड़ी संख्या में लोग विश्राम कर रहे हैं. अब तक लगभग 65,709 श्रद्धालुओं ने इन आवासन केंद्रों में विश्राम किया है. निःशुल्क आवासन केंद्रों पर साफ सफाई के लिए व्यापक व्यवस्थायें की गयी हैं.

अब तक 41,664 श्रद्धालु ले चुके हैं निःशुल्क सुविधा का लाभ

श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए हैं. स्वास्थ्य शिविर में 24×7 स्वास्थ्य विभाग के कर्मी उपस्थित होकर श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार अब तक विभिन्न स्वास्थ्य शिविर में 41,664 श्रद्धालुओं ने निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा का लाभ लिया है. श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मेला क्षेत्र में वातानुकूलित अस्थायी अस्पताल बनाये गए हैं. साथ ही अन्य महत्वपूर्ण स्थालों पर स्वास्थ्य शिविर बनाया गया है.

इधर सुरक्षा को देखते हुए दुमका के पुलिस अधीक्षक वाई एस रमेश ने कहा कि मंदिर के गर्वगृह से मेले को ध्यान में रखते हुए भारी मात्रा में फोर्स की तैनाती की गई है. सुरक्षा को लेकर गंभीर खुद एटीएस के जवान और डॉग स्क्याड की टीम जुटी हुई है. मेले पर नजर बनाये रखने के लिए डीएसपी स्तर के पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है. सीसीटीवी और ड्रोन लगाये गये है जिससे 24 घंटे नज़र रखी जा सके. इसके अलावा मेले में बढ़ती भीड़ को देखते हुए पिंक पुलिस और अतिरिक्त फोर्स को तैनात किया गया है. इधर मेले में बढ़ती भीड़ और दुर्घटना से बचाव के लिए पुलिस अधिक्षक ने कहा कि श्रावणी मेला के दौरान दुमका जिला के बॉर्डर तक ही दूसरे जिलों के ऑटो आ सकते हैं. दूसरे जिले के ऑटो का प्रवेश मेला के दौरान दुमका जिले में प्रतिबंधित रहेगा.

दुमका जिले के सीमा से अंदर आने जिले की ऑटो वहां पर उपलब्ध रहे. सड़क हादसा से बचाव के लिए प्रशासन बिहार से भी आने वाले टेंपो/रिक्शा को रोकने की बात कह रही है एवं कांवरियों की सुविधा के लिए अंतरराज्यीय टेंपो स्टैंड टर्मिनल का निर्माण कराया गया है.

पुलिस अधीक्षक दुमका ने डी0टी0ओ0 दुमका एवं पुलिस निरीक्षक हंसडीहा प्रभाग को ड्रिंक एंड ड्राइव के खिलाफ अभियान चलाने एवं अनाधिकृत ड्राइविंग लाइसेंस को जांच करने का आदेश दिए हैं ताकि होने वाले सड़क हादसों को रोका जा सके. उन्होंने कहा कि यातायात को सुगम बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है. अबतक सात लोगो के लाइसेंस रद्द और 20 लोगों के चालान भी काटे जा चुके है.