Jharkhand Encounter: नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों का अभियान जारी है. सोमवार सुबह झारखंड के बोकारो में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई. जिसमें एक करोड़ के इनामी समेत आठ नक्सली मारे गए. इसे लेकर गृह मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें गृह मंत्रालय ने नक्सलवाद को खत्म करने के लक्ष्य को दोबारा दोहराया. गृह मंत्रालय ने कहा कि इस सफलता के लिए सुरक्षा बलों की सराहना करनी चाहिए.
लालपनिया इलाके में हुई मुठभेड़
अधिकारियों के मुताबिक, ये मुठभेड़ बोकारो जिले के लालपनिया इलाके के लुगु हिल्स में हुई. जहां सोमवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई. इस ऑपरेशन में 209 कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (कोबरा), झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ के जवानों ने भाग लिया. इस दौरान सुरक्षा बलों ने आठ नक्सलियों को मार गिराया. मारे गए नक्सलियों के शवों के पास से एक एके सीरीज राइफल, तीन इंसास राइफल, एक सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर), आठ देशी बंदूक और एक पिस्तौल बरामद की है. मारे गए नक्सलियों में एक के ऊपर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी भी ढेर
इस मुठभेड़ में किसी सुरक्षा कर्मी के घायल होने की खबर नहीं है. बता दें कि कोबरा सीआरपीएफ की विशेष जंगल युद्ध इकाई है, जो नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ और झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रही है. बताया जा रहा है कि सोमवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने एक करोड़ के इनामी विवेक और 25 लाख के इनामी स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य अरविंद यादव को भी मार गिराया.
एक करोड़ का इनामी नक्सली विवेक सेंट्रल कमेटी का सदस्य था. उसका पूरा नाम प्रयाग माझी था. लेकिन उसे विवेक, फुचना, नागों मांझी, करण, लेतरा जैसे नामों से भी जाना जाता था. विवेक धनबाद के टुंडी थाना क्षेत्र के दलूबुढा गांव का निवासी था. वह एनआइए का भी वांटेड था. जिसकी टेरर फंडिंग मामले में लंबे समय से तलाश की जा रही थी. बता दें कि इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में हुई अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 140 से ज्यादा नक्सलियों को मार गिराया है.