logo-image

झारखंड चुनाव: विपक्षी महागठबंधन ने की सीट बंटवारे की घोषणा, सोरेन होंगे 'चेहरा'

झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी महागठबंधन ने शुक्रवार को सीट बंटवारे की घोषणा कर दी.

Updated on: 19 Nov 2019, 10:07 AM

रांची:

झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी महागठबंधन ने शुक्रवार को सीट बंटवारे की घोषणा कर दी. महागठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के शामिल होने की घोषणा की गई. कहा गया कि महागठबंधन से झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री के उम्मीदवार होंगे. रांची प्रेस क्लब में झारखंड कांग्रेस प्रभारी आर.पी.एन. सिंह और झामुमो के हेमंत सोरेन ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि राज्य की 81 सीटों में से झामुमो 43 तथा कांग्रेस 31 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि राजद को सात सीटें दी गई हैं.

यह भी पढ़ेंः बिहार के बड़े दलों के लिए झारखंड में खोई प्रतिष्ठा पाना चुनौती, जानिए कारण

आर.पी.एन. सिंह ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में महागठबंधन इस चुनाव को लड़ेगा तथा वही महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे. सिंह ने जोर देकर कहा कि किसी भी विधानसभा सीट पर दोस्ताना संघर्ष नहीं होगा. ऐसा करने वाले नेता पर संबंधित पार्टी तत्काल कार्रवाई करेगी. संवाददाता सम्मेलन में हेमंत सोरेन ने कहा कि घटक दलों से अभी कई मुद्दों पर बात जारी है. उन्होंने कहा कि हमने अभी एक कड़ी जोड़ी है. अभी और कड़ी जुड़ेगी. उन्होंने कहा कि सीटों का प्रश्न नहीं है, झारखंड से भाजपा को हटाने की बात है.

हालांकि संवाददाता सम्मेलन में हालांकि राजद का कोई भी नेता उपस्थित नहीं था. समझा जा रहा है कि राजद सीट बंटवारे से नाराज है. सूत्रों के मुताबिक, राजद और झामुमो, कांग्रेस के बीच एक सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है. राजद आठ सीटों की मांग पर अड़ा हुआ है. कहा जा रहा है कि यही कारण है कि रांची में रहने के बावजूद तेजस्वी यादव संवाददाता सम्मेलन में नहीं आए.

यह भी पढ़ेंः दिल्ली 'शिफ्ट' हुई झारखंड के बड़े दलों की राजनीति, बैठकों का दौर जारी

गौरतलब है कि झारखंड की  81 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच पांच चरणों में मतदान होना है. जबकि नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे. 2014 के विधानसभा चुनाव में 37 सीटें पाने वाली बीजेपी ने बाद में झारखंड विकास मोर्चा से टूटकर विलय करने वाले 6 विधायकों के सहारे पहली बार बहुमत की सरकार बनाई थी. 2000 में गठित हुए इस राज्य में पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले रघुबर दास पहले मुख्यमंत्री हैं.

यह वीडियो देखेंः