Jharkhand Cyber Fraud: झारखंड के जामताड़ा शहर की आज साइबर अपराध के नाम से पहचान बन गई है. पुलिस यहां लगातार सख्त कार्रवाई करने में जुटी है. साथ ही जिले को साइबर अपराध से मुक्त करने के लिए छापेमारी में करने में जुटी है. इस बीच पांच साइबर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. पुलिस अधीक्षक के अनुसार उनकी टीम ने एक गुप्त सूचना एक आधार पर करमाटोंड थाना क्षेत्र के दुलदुलई जंगल और टॉड गांव में अभियान चलाया जिसके आधार ये सफलता मिली है.
ये है आरोपियों की पहचान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, साइबर थाना के प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान 19 वर्षीय सिद्दिक अंसारी, 20 वर्षीय फयद अंसारी, 19 वर्षीय विकास कुमार मंडल, 26 वर्षीय प्रकाश कुमार मंडल और 28 वर्षीय सद्दाम हुसैन के रूप में हुई है. ये सभी करमाटोंड थाना क्षेत्र के गांवों के निवासी हैं.
इस ऐप से कई अकाउंट खाली
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ये गैंग पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को साइबर ठगी का शिकार बना चुका है. आरोपी सोशल मीडिया पर फर्जी क्रेडिट कार्ड बनाने का विज्ञापन देते थे. इसके बाद जब लोग उनसे संपर्क करते थे, तो वे वॉट्सऐप पर स्क्रीन शेयरिंग ऐप डाउनलोड करवाकर उनके बैंक अकाउंट से पैसे साफ कर देते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से 16 मोबाइल फोन, 19 सिम कार्ड और एक एटीएम कार्ड की बरामदगी की है.
कई राज्यों में फैला है नेटवर्क
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी पहले भी साइबर ठगी को अंजाम दे चुके हैं. फयद अंसारी और सिद्दिक अंसारी के खिलाफ पहले से साइबर थाना जामताड़ा में मामले दर्ज हैं. आरोपियों के खिलाफ जामताड़ा पुलिस साइबर अपराध और धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर चुकी है. पुलिस अभी इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है. पुलिस अधिकारी का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि उनके नेटवर्क का पता लगाया जा सका है. उन्होंने बताया कि इन आरोपियों के कई राज्यों में नेटवर्क फैले हैं. इनके पास से मिले मोबाइल और फर्जी सिम कार्ड से बड़े स्तर पर साइबर ठगी के सबूत भी बरामद किये गये हैं.