झारखंड : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोरोना कंटेनमेट जोन को सील करने के दिए निर्देश

झारखंड में कोरोना संकट को लेकर गठित राज्यस्तरीय समन्वय समिति की पहली बैठक में सोरेन ने इस महामारी से बचाव और इलाज, गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और राशन उपलब्ध कराने, राज्य और दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को सहायता उपलब्ध कराने और लॉकडाउन के पालन को

झारखंड में कोरोना संकट को लेकर गठित राज्यस्तरीय समन्वय समिति की पहली बैठक में सोरेन ने इस महामारी से बचाव और इलाज, गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और राशन उपलब्ध कराने, राज्य और दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को सहायता उपलब्ध कराने और लॉकडाउन के पालन को

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yogesh bhadauriya
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Hemant Soren( Photo Credit : News State)

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सोमवार को सर्वाधिक प्रभावित इलाके के कंटेनमेंट जोन को पूरी तरह सील करने के निर्देश दिए हैं. झारखंड में कोरोना संकट को लेकर गठित राज्यस्तरीय समन्वय समिति की पहली बैठक में सोरेन ने इस महामारी से बचाव और इलाज, गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और राशन उपलब्ध कराने, राज्य और दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को सहायता उपलब्ध कराने और लॉकडाउन के पालन को लेकर उठाए जा रहे कदमों की जानकारी अधिकारियों से ली.

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मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा, "कोरोना संक्रमण को लेकर चिन्हित किए गए कंटेनमेंट जोन को पूरी तरह सील किया जाए. खासकर रांची जिले की सीमा रेखा पर इसका कड़ाई से अनुपालन किया जाए. कंटेनमेंट जोन में आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाई जाए, जिससे इसके संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद मिले."

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बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य में 27 कंटेनमेंट जोन चिन्हित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड के 10 जिले कोरोना संक्रमण से प्रभावित हैं.

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि तीन श्रेणियों में कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य से जुड़ी व्यवस्थाएं की गई हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामूली लक्षण वालों के लिए 57 डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर और कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 21 डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल तैयार किए गए हैं. राज्य में चार लैबों में हर दिन तकरीबन 600 सैंपलों की जांच की जा रही है और तीन नए लैब खोलने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक अपने वाहन में अनाज का पैकेट रखें और जब भी वे क्षेत्र का भ्रमण करें तो रास्ते में जो भी गरीब या जरूरतमंद दिखे, उसे अनाज का पैकेट दे दें.

उल्लेखनीय है कि झारखंड में अब तक कोरोना संक्रमित 103 मरीज मिले हैं.

Source : News State

Jharkhand Ranchi
      
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