झारखंड में 24 फरवरी से विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत होगी. इसके सुचारू संचालन को लेकर शुक्रवार को स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस दौरान मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बैठक से दूरी बनाई. भाजपा ने अब तक विधायक दल के नेता को नहीं चुना है. स्पीकर ने पार्टी के वरिष्ठ विधायक चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह को बैठक में आमंत्रित किया था. मगर वह आए नहीं.
नेता प्रतिपक्ष का निर्णय नहीं हो पाया
स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने बैठक में सभी दलों के नेताओं से सत्र के सफल संचालन में सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा कि सदन के भीतर सार्थक चर्चा हो. इससे जनसमस्याओं का समाधान हो सकेगा. उन्होंने कहा कि सदस्यों के प्रश्नों पर सरकार की ओर से संतोषजनक जवाब की अपेक्षा होती है. बैठक के बाद स्पीकर ने मीडिया से कहा कि सदन बेहतर तरीके तरह से चलाने के लिए नेता प्रतिपक्ष का होना जरूरी है. प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी की ओर से विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं होने से नेता प्रतिपक्ष का निर्णय नहीं हो पाया है. नेता प्रतिपक्ष के नहीं रहने से सदन के संचालन में तकलीफ होती है.
सकारात्मक विचारों से चलने वाला है सदन: सोरेन
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बैठक के बाद कहा कि बजट सत्र को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार है. सदन सुचारू रूप से चलेगा. हम सब मिलकर राज्य के विभिन्न विषयों पर सदन में चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि सदन सकारात्मक विचारों से चलने वाला है. इस बात का हमें विश्वास है. इस सर्वदलीय बैठक में सीएम हेमंत सोरेन, वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर, कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, जदयू के सरयू राय, लोजपा के जनार्दन पासवान शामिल हुए.
इससे पहले स्पीकर ने सत्र संचालन को लेकर मंगलवार को राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के संग बैठक की थी. उन्होंने अफसरों से कहा कि सभी विभाग प्रश्नों के सटीक उत्तर उपलब्ध कराएं. आश्वासनों को पूरा करके उससे विधानसभा सचिवालय को अवगत कराएं. स्पीकर का कहना है कि सत्र के दौरान सभी विभाग पदाधिकारियों की उपस्थिति को तय करें.