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झारखंड विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित

विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो ने विधानसभा में अनुपूरक बजट मांगें पारित होने के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी.

Updated on: 09 Jan 2020, 03:00 AM

रांची:

झारखंड की पांचवीं विधानसभा का तीन दिवसीय प्रथम सत्र बुधवार को वर्तमान वित्तीय वर्ष की 4210 करोड़ रुपये की द्वितीय अनुपूरक बजट मांगें पारित करने के साथ ही संपन्न हो गया. विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो ने विधानसभा में अनुपूरक बजट मांगें पारित होने के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी. पिछले वर्ष 23 दिसंबर को संपन्न हुए राज्य विधानसभा चुनावों के बाद राज्य की नवनिर्वाचित पंचम विधानसभा का प्रथम सत्र छह जनवरी से बुलाया गया था.

इस दौरान पहले दिन विधानसभा में सभी विधायकों को कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष स्टीफेन मरांडी ने शपथ दिलायी और दूसरे दिन मंगलवार को नये विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से संपन्न हुआ. मंगलवार को अध्यक्ष के चुनाव के बाद राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण हुआ जिसके बाद सदन में द्वितीय अनुपूरक बजट मांगें पेश की गयीं. विधानसभा के प्रथम सत्र के अंतिम दिन बुधवार को पूर्वाह्न राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार के धन्यवाद प्रस्ताव पर भारी हंगामे के बीच बहस हुई और सरकार का उत्तर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिया और धन्यवाद प्रस्ताव को सरकार ने ध्वनिमत से पारित करा लिया.

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हंगामे के बीच कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी द्वारा पिछले वर्ष जून में भीड़ की हिंसा में तबरेज अंसारी की हत्या के मामले में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाने से पूरे सदन का माहौल गर्म हो गया और भाजपा विधायकों ने उनसे माफी की मांग की जिस पर उन्होंने माफी मांगने से इनकार करते हुए दावा किया कि उनका बयान सही है.

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इस पर भाजपा विधायकों ने पूर्व मंत्री सीपी सिंह के नेतृत्व में जमकर हंगामा किया और विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही दोपहर बारह बजे 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी, जिसके बाद सदन की कार्यवाही प्रारंभ हुई तो फिर भाजपा ने यह मामला उठाया और मध्याह्न भोजन तक इस मामले में हंगामा जारी रहा. मध्याह्न भोजन के बाद सदन में द्वितीय अनुपूरक बजट पर चर्चा हुई और ढाई घंटे की गर्मागर्म बहस के बाद सदन ने इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया.