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झारखंड : देखकर हैरान रह गए सभी, जब गवाही देने अदालत में पहुंची JCB मशीन

कुछ ऐसा ही बुधवार को तृतीय अपर जिला सत्र न्यायाधीश लक्ष्मण प्रसाद की अदालत में देखने को मिला.

Updated on: 13 Feb 2020, 12:06 PM

JHARKHAND/DUMKA:

आपने न्यायलय में चल रहे किसी भी आपराधिक मामले में आरोपियों को हाज़िर होकर गवाही से गुजरने की खबर तो सुनी होगी लेकिन अगर किसी बेजान वाहन को अदालत में आकर हाजिरी देनी पड़ी तो सुनने में अचरज लगता है. कुछ ऐसा ही बुधवार को तृतीय अपर जिला सत्र न्यायाधीश लक्ष्मण प्रसाद की अदालत में देखने को मिला. जब हाजिरी देने के लिए स्वयं जेसीबी (JCB) को आना पड़ा.

जेसीबी देखकर सभी चकित रह गए और उनके मन में माजरा जानने की उत्सकुता बढ़ गई. वकील भी उत्सुक थे कि आखिर इतनी बड़ी जेसीबी को न्यायालय आने की आवश्यकता क्यों पड़ी. जब पता चला कि मशीन को हाजिरी के लिए आना पड़ा तो सभी के होश उड़ गए. अदालत से जज बाहर निकले और एक झलक जेसीबी देखने के लिए पहुंचे कि मशीन वाकई में जेसीबी है.

क्या है पूरा मामला

दरअसल पिछले साल 16 जुलाई को शिकारीपाड़ा प्रखंड के दुधीचुआं गांव के समीप कार्य के दौरान सड़क निर्माण कंपनी के सुपरवाइजर 40 वर्षीय जितेंद्र मिश्रा की उसी कंपनी के जेसीबी ऑपरेटर ने निर्मम हत्या कर दी थी. चालक नईमुल ने सुपरवाइजर की जेसीबी की बकैट से कूच कूचकर जितेंद्र मिश्रा की हत्या कर दी थी और फरार हो गया. हत्या का कारण दोनों के बीच पुरानी रंजिश बतायी जा रही है. मृतक रानीश्वर प्रखंड बिहार के बांका जिले के बौंसी थाना क्षेत्र के कोड़बांध का रहने वाला था.

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जबकि चालक नईमुल रानीश्वर प्रखंड के आसनबनी के डंगालपाड़ा का रहने वाला है. जोधपुर की बरहा इंफ्रा लिमिटेड कंपनी के लिए काम करने वाला सुपरवाइजर जितेंद्र मिश्रा और नईमुल दुधीचुआं गांव के समीप कलवर्ट में मिटटी का कटाव रोकने के लिए दोनों ओर बोल्डर लगा रहे थे. किसी बात पर बहस हुई और गुस्से में आकर चालक ने जीसीबी के बकैट से सुपरवाइजर पर हमला कर घायल कर दिया. इसके बाद जेसीबी ऑपरेटर ने जख्मी होने के बाद ताबड़तोड़ बकैट से हमला कर मौके पर ही जितेंद्र को मौत के घाट उतार दिया. जिस जगह पर घटना हुई वहां पर मृतक और आरोपी के अलावा कोई दूसरा नहीं था.
मामला अदालत में चल रहा था.

बुधवार को अदालत के आदेश पर हाजिरी के लिए जेसीबी को लाया गया. अदालत यह जानने चाहती थी कि मशीन चालू हालत में है या नहीं. उससे हत्या की गई या फिर किसी दूसरी चीज से. इसलिए शिकारीपाड़ा पुलिस के साथ मशीन को पेश किया गया. कंपनी के पदाधिकारी हिमांशु मिश्रा की माने तो अदालत ने जेसीबी को सामने हाजिर करने का आदेश दिया था.

इसलिए पुलिस की मदद से मशीन सामने लाकर हाजिर की गयी. यहां बता दे कि आम तौर पर किसी भी हत्या के मामले में सबूत के तौर पर पुलिस न्यायालय के समक्ष घटना में प्रयुक्त हथियार को पेश करती है. वहीं बुधवार को पुलिस ने न्यायलय के समक्ष विशाल जेसीबी को पेश किया जो सभी के लिए कौतुहल का विषय बन गया.