logo-image

बाढ़ में सैकड़ों लोगों का घर तबाह, BCCL ने दिया 2.5 करोड़ का मुआवजा

पांच साल पहले आई बाढ़ में सैकड़ों लोगों का घर तबाह हो गया. त्रिपाल के आशियाने के सहारे रह रहे परिवार, मानवाधिकार में शिकायत के बाद बीसीसीएल ने जिला प्रशासन को ढाई करोड़ की राहत राशि मुहैया कराया.

Updated on: 20 Jul 2023, 06:14 PM

highlights

  • बाढ़ में सैकड़ों लोगों का घर तबाह
  • 500 घरों में घुसा पानी
  • 2.5 करोड़ का मिला मुआवजा

Dhanbad:

पांच साल पहले आई बाढ़ में सैकड़ों लोगों का घर तबाह हो गया. त्रिपाल के आशियाने के सहारे रह रहे परिवार, मानवाधिकार में शिकायत के बाद बीसीसीएल ने जिला प्रशासन को ढाई करोड़ की राहत राशि मुहैया कराया. राहत राशि सात माह से जिला प्रशासन के पास जमा है. विधायक की अगुवाई में पीड़ित परिवार समाहरणालय पहुंचे. धनबाद जिले के चिरकुंडा में 2018 के 26 जुलाई के मध्यरात्रि चिरकुंडा नगर परिषद व एगयारकुण्ड प्रखण्ड के कई पंचायतों व वार्डो में भीषण बाढ़ आई थी. जिसमें सैकड़ों लोगों का घर बाढ़ के पानी में समा गया. बाढ़ की मुख्य वजह चिरकुंडा क्षेत्र में चल रहे सदभाव कंपनी को ट्रान्सपोटिंग के लिए BCCL ने झील पर बांध बना दिया था.

यह भी पढ़ें- राशन योजना में जमकर धांधली, 4 महीने से नहीं मिला राशन

बाढ़ में सैकड़ों लोगों का घर तबाह

जिसके कारण भारी बारिश का पानी जमाव होने लगा और देखते ही देखते सैलाब बन गया. 500 घरों को अपने चपेट में ले लिया, जिसकी वजह से भारी नुकसान हुआ. आनन-फानन में BCCL द्वारा झील पर बनाई गई बांध को JCB के द्वारा तोड़ा गया. तब तक काफी देर हो चुकी था और कई परिवारों का आशियान जल में समाहित हो चुका था. पांच साल बीत जाने के बाद भी आज भी लोग त्रिपाल के नीचे रहने को मजबूर है. 

500 घरों में घुसा पानी

चिरकुंडा नगर परिषद के उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह ने कहा कि बाढ़ के कारण 500 घरों में पानी प्रवेश किया था, जिसमें 137 परिवारों की सूची जिला प्रशासन को सुपुर्द की गई थी. जिसमें 111 परिवारों चिन्हित किया गया था, लेकिन मुआवजा में देरी के कारण राष्ट्रीय मानवाधिकारी के सहयोग से याचिका दायर किया. लंबी प्रक्रिया के बाद आखिरकार बाढ़ से प्रभावित लोगों के पक्ष में फैसला आया. 

2.5 करोड़ का मिला मुआवजा

प्रभावित लोगों के आवास निर्माण के लिए BCCL ने धनबाद जिला प्रशासन को 2 करोड़ 49 लाख 75 हजार रुपये जिला प्रसाशन के खाते में 05/01/2023 को जमा करा दी ताकी बाढ़ से प्रभावित लोगों को आसियाना बनाया जा सके. 7 माह बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन उस राशि को बाढ़ प्रभावित लोगों तक नहीं पहुंचाया. बाढ़ से प्रभावित लोगों में भी इस बात की खुशी हैं कि उनका आशियाना बनेगा, मगर कब तक बनेगा, यह उन्हें जानकारी नहीं है.