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सीमा पात्रा ने दी नौकरानी को 'नरक' वाली यातना, जानिए अब कितनी मिल सकती है सजा

झारखंड के रिटायर्ड आईएएस अफसर की पत्नी और बीजेपी से निष्काशित नेत्री सीमा पात्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

Updated on: 31 Aug 2022, 06:39 PM

Ranchi:

झारखंड के रिटायर्ड आईएएस अफसर की पत्नी और बीजेपी से निष्काशित नेत्री सीमा पात्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह रांची छोड़कर फरार होने की कोशिश कर ही रही थी कि अरगोड़ा थाने की पुलिस ने उन्हें धर दबोचा. सीमा पात्रा पर अपनी घरेलू सहायिका यानि मेड को प्रताड़ित करने, बंधक बनाने, मारपीट करने और जबरजस्ती काम कराने का आरोप है. इंसान को इंसान न समझने वाली सीमा पात्रा को पुलिस ने आखिराकार गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी ने भी सीमा पात्रा को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. सीमा पात्रा की गिरफ्तारी अशोक नगर से उनके घर से हुई है. आपको बता दें कि सीमा पात्रा ने अपनी घरेलू सहायिका यानि मेड को पिछले 8 साल से प्रताड़ित करने का आरोप है.

आरोप है कि सीमा पात्रा ने एक युवती को काफी समय से अपने घर में बंधक बनाकर रख रखा था और उसकी मर्जी के खिलाफ उससे काम करवाती थीं और प्रताड़ित भी करती थी. वहीं, पुलिस ने पीड़ित युवती को सीमा पात्रा के चंगुल से मुक्त करा लिया है. पुलिस ने आरोपी सीमा पात्रा को गुप्त सूचना के आधार पर रांची के आरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर से गिरफ्तार किया है. वहीं, खुद पर लगे आरोपो को सीमा ने हर आरोपी की तरह झूठा बताया है.

सीमा पात्रा के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 325, 346, 374 और एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है. ऐसे में आइए हम आपको बताते हैं कि सीमा पात्रा पर अगर दोष साबित होता है तो उन्हें कितनी सजा मिलेगी. आईपीसी की धारा 323 में अगर सीमा पात्रा दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें एक साल तक की सजा मिल सकती है और 1 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. 

किन-किन धाराओं में दर्ज है मुकदमा
323 आई.पी.सी. 
अपराध: मारपीट करना
सजा : अधिकतम 1 साल
अपराध की श्रेणी: जमानतीय
जुर्माना : 1,000 रुपए

वहीं, आईपीसी की धारा 325 आईपीसी का अपराध सीमा पात्रा पर साबित होता है तो सीमा पात्रा को 7 वर्ष तक की सजा मिल सकती है. 

325 आई.पी.सी. 
अपराध: जानबूझकर कर गंभीर चोट पहुंचाना
अपराध की श्रेणी: गैर जमानतीय 
सजा: अधिकतम 7 वर्ष तक की सजा
जुर्माने का भी है प्रावधान

वहीं 346 आईपीसी में दोषी पाए जाने पर सीमा पात्रा को दो वर्ष तक की सजा सुनाई जा सकती है है जुर्मा भी लगाया जा सकता है.

346 आई.पी.सी. 
अपराध: बंधक बनाकर प्रताड़ित करना
अपराध की श्रेणी: जमानतीय 
सजा: अधिकतम दो वर्ष + जुर्माना या दोनों

वहीं, 374 आईपीसी के तहत सीमा पात्रा को दोषी पाया जाता है तो उन्हों 1 वर्ष तक के कारावास की सजा या जुर्माना या फिर सजा और जुर्माना दोनों की सजा सुनाई जा सकती है.

374 आई.पी.सी.
जबरन काम करवाने का अपराध
अपराध की श्रेणी: जमानतीय
सजा: अधिकतम 1 वर्ष + जुर्माना या दोनों

बहरहाल पुलिस ने सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया है. अब कानून अपना काम करेगा.

रिपोर्ट : सूरज कुमार