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डायन का आरोप लगा महिला को किया प्रताड़ित, परिजन के अंतिम संस्कार को भी रोका

झारखंड के सिमडेगा जिले में एक महिला पर डायन होने का आरोप लगाकर ग्रामीण उसके साथ कई सालों से अत्यचार करते आ रहे हैं हद तो तब हो गई जब महिला की मौत हुई तो उसका अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया जा रहा था.

Updated on: 02 Dec 2022, 09:02 AM

Simdega:

झारखंड के सिमडेगा जिले में एक महिला पर डायन होने का आरोप लगाकर ग्रामीण उसके साथ कई सालों से अत्यचार करते आ रहे हैं हद तो तब हो गई जब महिला की मौत हुई तो उसका अंतिम संस्कार भी नहीं करने दिया जा रहा था. जिसके बाद पुलिस ने साथ देते हुए महिला का अंतिम संस्कार करवाया महिला की बहु ने बताया की जब भी गांव में किसी की भी मौत होती थी तो उनके ऊपर ही आरोप लगाया जाता था. उन्हें हमेशा परेशान किया जाता था. 

2 साल पहले डायन लगाया था आरोप

बताया जा रहा कि ऐडेगा पंचायत के काल्हाटोली में डोमिनिका डुंगडुंग (85 वर्ष ) की मृत्यु बुधवार को हो गई थी. स्थानीय ग्रामीण शव को दफनाने में उनका सहयोग नहीं कर रहे थे. मृतक की बहु अनीता डुंगडुंग ने बताया कि करीब 2 साल पहले नवंबर 2020 में ग्रामीणों ने मीटिंग कर उस पर डायन होने का आरोप लगाया था. साथ ही उनसे 5000 रुपय की मांग की थी जिसके बाद अनीता डुंगडुंग ने कहा था कि वह गरीब है इतने पैसे देने में असमर्थ है.

बार - बार किया जाता था परेशान

ग्रामीणों द्वारा उन पर डायन का आरोप लगाकर बार - बार उन्हें परेशान किया जाता था. इन सारी चीजों से तंग आकर अनिता डुंगडुंग ने महिला समिति से मिलकर कोलेबिरा थाने में केस दर्ज कराया था. अनीता ने बताया कि गांव में किसी की भी मृत्यु होने पर ग्रामीण उसे परेशान करते थे. तब ही ग्रामीणों ने कहा था कि घर में किसी की भी मृत्यु हुई तो वो सहयोग नहीं करेंगे. 

अंतिम संस्कार में साथ नहीं देने पर अड़ा समाज

इसी क्रम में जब अनीता डुंगडुंग की सास डोमिनिका डुंगडुंग की मृत्यु हुई तो एक भी ग्रामीण उनके सहयोग के लिए आगे नहीं आया. साथ ही अनीता डुंगडुंग से ग्रामीणों ने कहा कि पहले मीटिंग करो और केस वापस लो तभी हम शव को दफनाने के लिए जाने देंगे. जिसके बाद पुलिस तक मामला पहुंचा और पुलिस प्रशासन व उनके रिश्तेदारों के सहयोग से शव को दफनाया गया.

रिपोर्ट - अमित रंजन