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झारखंड विधानसभा के दरवाजे तक पहुंचा हजारीबाग में सरकारी वन भूमि लूट का मामला

हजारीबाग में सरकारी वन भूमि लूट का मामला झारखंड विधानसभा के दरवाजे तक पहुंच चुका है और हजारीबाग में चर्चाओं का बाजार गर्म है.

Updated on: 28 Dec 2022, 12:54 PM

highlights

  • हजारीबाग में चर्चाओं का बाजार गर्म
  • मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने पत्रकारों से की बात
  • सरकारी जमीनों को लूटने का उठाया मामला

Hazaribagh:

हजारीबाग में सरकारी वन भूमि लूट का मामला झारखंड विधानसभा के दरवाजे तक पहुंच चुका है और हजारीबाग में चर्चाओं का बाजार गर्म है. आपको बता दें कि हजारीबाग के बरही विधानसभा क्षेत्र के मौजा खाता नंबर प्लॉट नंबर रकबा 8 एकड़ जमीन बरही के कुछ दबंग लोगों के नाम से म्यूटेशन कर दिया गया है. इस मामले को लेकर मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए यह मामला उठाया है.

हजारीबाग के समाजसेवी मनोज गुप्ता ने सूचना अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी से बताया कि हजारीबाग में सरकारी जमीनों को लूटने की कार्रवाई बहुत जोर शोर से चल रही है. इसमें सरकारी कर्मियों की संलिप्तता में बरही वन भूमि लूट का मामला तो एक बानगी है, लेकिन सही से खंगाला जाए तो सैकड़ों भूमि सरकार के हाथ से जाते दिखाई देगी. 

इस पूरे मामले पर हजारीबाग के वन विभाग में एसीएफ एके परमार ने बताया कि हमारी वन भूमि को एन केन प्रकारेण अंचल कर्मियों के मिलीभगत से दाखिल खारिज कर दिया जाता है. जब हम लोग इस मामले में अपना दावा पेश करते हैं तो कोर्ट जाने के अलावा और कोई जगह बच नहीं जाती है. हमारे पास मानचित्र के साथ-साथ अधिसूचना की कॉपी मौजूद है, लेकिन जाली कागजात के आधार पर अंचल अधिकारी के द्वारा बगैर सही जांच किए दाखिल खारिज कर देना कहीं से भी जायज नहीं है. 

जिस तरह विकास कार्य के लिए सरकार द्वारा जमीन अधिग्रहण हो रहा है ऐसे में जमीन का विवादास्पद हो जाना विकास कार्य को लगाम देने वाला होगा यह सब जानते हैं बावजूद इसके कि सरकारी कर्मी न तो ऐसे मामलों पर अपना मुंह ही खोलते हैं और न ही सही से कार्य करते नजर आ रहे हैं.

रिपोर्ट : रजत कुमार

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