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फैक्ट्री की मनमानी, किसानों की परेशानी, फसलें हो रही बर्बाद

सरायकेला में अन्नदाता प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि विकास की आड़ में उनकी मेहनत और रोजगार का विनाश हो रहा है.

Updated on: 26 Sep 2023, 05:18 PM

highlights

  • किसानों की फसलें हो रही बर्बाद
  • आक्रोशित किसानों ने किया धरना प्रदर्शन
  • फैक्ट्री संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग

Saraikela:

सरायकेला में अन्नदाता प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि विकास की आड़ में उनकी मेहनत और रोजगार का विनाश हो रहा है. फैक्ट्री मालिक सरकारी नियमों को ताक पर रखकर फैक्ट्री का पानी खेतों में छोड़ रहे हैं, जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है. सरायकेला जिले के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के हिरिमिलि गांव में रबर की फैक्ट्री है. यहां से हर दिन गर्म पानी किसानों के खेतों में छोड़ा जा रहा है. जिससे अब तक किसानों को काफी नुकसान हो चुका है. इतना ही नहीं रबर फैक्ट्री के संचालक की मनमानी ऐसी कि सिंचाई के लिए बने शाखा केनाल को भी ध्वस्त कर रास्ते का निर्माण करा दिया. जिससे किसानों को पानी की स्मास्याओं से जूझना पड़ रहा है. ऐसे में आक्रोशित किसानों ने फैक्ट्री के गेट के सामने धरना प्रदर्शन कर आक्रोश जताया.

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फैक्ट्री की मनमानी, किसानों की परेशानी

इस फैक्ट्री के मालिक का नाम अमन कुमार है, जो एक के बाद एक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं. एक तो गांव में रबर फैक्ट्री बिना सूचना पट्ट लगाकर ही चल रहा है. ऊपर से फैक्ट्री का गंदा पानी किसानों के खेतों में बहाया जा रहा है. साथ ही शाखा केनाल पर भी फैक्र्टी ने अतिक्रमण कर लिया है, जो किसानों की सिंचाई के लिए एकमात्र साधन था. ऐसे में आक्रोशित किसानों का कहना है कि अब वो फैक्ट्री की ओर से किए अतिक्रमण के खिलाफ स्वर्ण रेखा बहुउद्देशीय परियोजना चांडिल को आवेदन देकर शिकायत करेंगे और फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे.

आक्रोशित किसानों ने किया धरना प्रदर्शन

फैक्ट्रियों की मनमानी का ये सिलसिला सिर्फ सरायकेला तक सीमित नहीं है. ग्रामीण इलाकों में अक्सर फैक्ट्री लगाकर नियमों का पालन नहीं किया जाता. फैक्ट्री मालिक मनमाने ढंग से काम करवाते हैं. कारखानों के वेस्ट मेटेरियल को कहीं भी फेंक देते हैं. और इसका दंश ग्रामीण जनता और किसान झेलते हैं.