स्कूल को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है. शिक्षक का दर्जा भगवान से भी ऊपर होता है. कहते हैं कि शिक्षक के गोद में प्रलय और निर्माण पलते हैं. लेकिन इस कलयुग का असर शिक्षक पर भी पर चुका है. झारखंड के जरीडीह में एक शिक्षक प्रतिदिन शराब पीकर स्कूल आते हैं. इतना ही नहीं कक्षा में भी मेज पर पैर रखकर अक्सर सो भी जाते हैं. जिससे बच्चों की पढाई खराब हो रही है. परेशान अभिभावकों ने वरीय अधिकारियों से इसकी शिकायत भी की है.
मामला जरीडीह प्रखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सुन्दरो की है. जहां कार्यरत शिक्षक देवनारायण महतो हर दिन शराब पीकर स्कूल आते हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस ने सितंबर में औचक निरीक्षण किया, तब भी वे नशे में सोते हुए पाए गए थे. जिसके बाद उनकी फटकार लगाई गई तो वे गिड़गिड़ाने लगे. इसके बाद जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कामेश्वर महतो को दिया गया. शिक्षक को एक बार चेतावनी देते हुए छोड़ दिया गया. बावजूद इसके उनकी आदतों में कोई सुधार नहीं आया. जब दुबारा अधिकारी जांच के लिए पहुंचे तो फिर से 22 अक्टूबर को शिक्षक उसी अवस्था में मिले. जिसके बाद जांच कर रिपोर्ट जिला शिक्षा अधीक्षक को देते हुए छठ महापर्व के बाद स्कूल खुलने पर कार्रवाई की बात कही गई है.
वहीं, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष का कहना है कि शिक्षक देव नारायण महतो 20 साल से कार्यरत हैं. शराब पीकर स्कूल आते हैं, बिना पढ़ाए चले जाते हैं. सिगरेट भी बच्चों के सामने पीते हैं. ये हरकत वो पिछले 15 वर्षों से करते आ रहे हैं. सुधरने का मौका भी दिया जाता रहा लेकिन सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. शिक्षा देने वाली शिक्षक जब इस तरह की करतूत करने लगे तो आप समझ सकते हैं कि बच्चों को किस प्रकार की शिक्षा दी जा रही है.
Source : News State Bihar Jharkhand