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रांची के बिरसा मुंडा जेल में ईडी ने की छापेमारी 

शुक्रवार को रांची के जमीन घोटाले के साक्ष्यों को नष्ट करने और गवाहों को प्रभावित करने के आधार पर ईडी ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार पहुंच कर छापेमारी की. मिली जानकारी के अनुसार जेल से ही ईडी के अफसरों के खिलाफ साजिश रची जा रही थी.

Updated on: 04 Nov 2023, 11:30 AM

highlights

  • रांची के बिरसा मुंडा जेल में ईडी ने की छापेमारी 
  • जेल से अफसरों के खिलाफ रची जा रही थी साजिश 
  • छापेमारी कर ईडी ने जुटाए कई साक्ष्य 

 

 

Ranchi :

शुक्रवार को रांची के जमीन घोटाले के साक्ष्यों को नष्ट करने और गवाहों को प्रभावित करने के आधार पर ईडी ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार पहुंच कर छापेमारी की. मिली जानकारी के अनुसार जेल से ही ईडी के अफसरों के खिलाफ साजिश रची जा रही थी. कारागार में छापेमारी कर ईडी ने कई सबूत भी इकट्ठा किए हैं. जमीन घोटाला में ईडी की टीम शुक्रवार को शाम पांच बजे के करीब पहुंची और जांच करने में जुटी हुई है. ईडी ने रांची की होटवार जेल में जांच के लिए पीएमएलए कोर्ट में आवेदन देकर अनुमति मांगी थी. पीएमएलए कोर्ट से आदेश मिलते ही अधिकारी बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार पहुंचे और कई घंटों तक जांच पड़ताड़ की.

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जेल से अफसरों के खिलाफ रची जा रही थी साजिश 

जमीन घोटाले मामले में आरोपी कारोबारी अमित अग्रवाल, पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश, सस्पेंडेड आईएएस छवि रंजन समेत एक दर्जन से अधिक आरोपी जेल में बंद हैं. बता दें आपको ईडी को मिली सूचना के आधार पर अमित अग्रवाल और प्रेम प्रकाश जेल में रहते हुए बाहर के लोगों से संपर्क में है. और ईडी के अफसरों के खिलाफ जेल से ही साजिश रची जा रही थी. इसी के आधार पर ईडी की टीम केंद्रीय कारागार पहुंची. खबर यह भी है कि ईडी की टीम जेल का सीसीटीवी फुटेज खंगाल में लगी है. एक साल के भीतर इस जेल में ईडी ने चौथी बार छापेमारी की है. 

छापेमारी कर ईडी ने जुटाए कई साक्ष्य 

दरअसल इसे पहले बीते जून महीने में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी की मदद करने और जेल में उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराने के मामले में ईडी बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट हामिद से भी पूछताछ कर चुकी है. बता दें आपको जेल प्रशासन पर जेल मैनुअल का उल्लंघन कर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में निलंबित आईएएस छवि रंजन और एक अन्य आरोपी प्रेम प्रकाश की मीटिंग फिक्स कराने का आरोप लगा था. मनी लॉन्ड्रिंग केस में छवि रंजन को पुलिस ने 5 मई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस दौरान उन्होनें पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के साथ  वीआईपी सेल में मीटिंग की थी. ईडी ने दोनों की मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज भी जब्त किया था. वहीं, मामले में बीते साल दिसंबर में ईडी ने एक हजार करोड़ की मनी लांड्रिंग के किंगपिन पंकज मिश्र की मदद करने के मामले में भी जेल सुपरिंटेंडेंट से पूछताछ की थी. पंकज मिश्रा जेल में रहते हुए भी लगभग 300 से ज्यादा फोन कॉल्स किए थे. इतना ही नहीं उसे जेल के बंदी के तौर पर इलाज के लिए जब रिम्स भेजा गया, तो उसने जेल मैनुअल की धज्जियां उड़ाकर कई अफसरों और नेताओं को लगातार फोन कॉल्स भी किए. इस दौरान उसने कई अनुचित सुविधाओं का लाभ भी उठाया था.