/newsnation/media/post_attachments/images/2023/07/14/swarnrekha-nadi-87.jpg)
झारखंड में सूखी स्वर्णरेखा( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)
एक तरफ जहां देश के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ से लोग परेशान हैं. इस बाढ़ से सैकड़ों जाने तक जा चुकी है, करोड़ों का नुकसान हो गया, कई गाड़ियां बाढ़ में बह गई तो दूसरी तरफ झारखंड में बारिश नहीं होने से नदी सुखी हुई है. जमशेदपुर शहर की बात करें तो शहर की लाइफ लाइन कही जाने वाली स्वर्णरेखा और खरकाई नदी पूरी तरह से सूख गई है और आसपास के बच्चों ने नदी को ही स्टेडियम में तब्दील कर दिया है. नदी अब बच्चों के लिए फुटबॉल, क्रिकेट और वॉलीबॉल का मैदान बन गया है. 300 बच्चे प्रतिदिन खरकाई नदी में फुटबॉल, क्रिकेट, वॉलीबॉल का प्रैक्टिस कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें- लाठीचार्ज पर बाबूलाल मरांडी का बयान-'नीतीश सरकार ने लोकतंत्र की हत्या कर डाली'
सूखी स्वर्णरेखा नदी
नदी के बीचोंबीच दिन भर मैच हो रहा है, जबकि 2022 में आज के दिन यह नदी खतरे के निशान से 3 फिट ऊपर बह रही थी. वैसे जो नदी कल बहा करती थी, आज खुद बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है. ऐसे में पानी नहीं होना यह संकेत दे रहा है कि जमशेदपुर में कभी भी पानी को लेकर गृह युद्ध हो सकता है. जिले में अब तक 45% बारिश कम हुई है, जिसका यह नतीजा है कि स्वर्णरेखा और खरकई दोनों नदी सूख गई.
नदी ग्राउंड में तब्दील
नदी अब मैदान में तब्दील हो चुका है. आसपास के बच्चों ने नदी को ही स्टेडियम बना दिया है और जहां नदी के बीचों-बीच एक तरफ क्रिकेट मैच हो रहा है, तो दूसरी तरफ लोग खेल रहे हैं. इतना ही नहीं इन खेल को देखने के लिए बस्ती के लोग भी नदी के बीच में बैठकर खेल का आनंद ले रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि इस बार बारिश काफी लेट आई है, जिसकी वजह से हमें खेलने का मौका मिल रहा है. पिछले साल की बात करें तो इस समय नदी उफान पर थी और आप नदी की स्थिति देख सकते हैं. नदी में पानी भी नहीं दिख रहा है.
HIGHLIGHTS
- देश बाढ़ से परेशान
- झारखंड में सूखी नदी
- नदी ग्राउंड में तब्दील
Source : News State Bihar Jharkhand